बालिकाओं को रिझााने के लिए यहां पुरुष करते हैं ऐसा अनोखा काम, जानकर आपको भी होगी हैरानगी

बालिकाओं को रिझााने के लिए यहां पुरुष करते हैं ऐसा अनोखा काम, जानकर आपको भी होगी हैरानगी

बालिकाओं को रिझााने के लिए यहां पुरुष करते हैं ऐसा अनोखा काम, जानकर आपको भी होगी हैरानगीलाइव हिंदी खबर :- ज्यादातर मर्द एक शादी के बावजूद दूसरी शादी करने से नहीं हिचकते हैं, लेकिन महिलाओं के मामले में ये चीज उलटी है। वो एक पुरुष से शादी कर जीवनभर उसी की होकर रह जाती है। अगर वो अपने पति से परेशान भी हैं, तब भी उन्हें उसे छोड़ने या बदलने की आजादी नहीं है, लेकिन दुनिया में एक ऐसा भी देश जहां बीवियां अपने पति को खुशी से बदल सकती हैं। इसके लिए वहां उत्सव भी मनाया जाता है।

यह जगह साउथ अफ्रीका में स्थित है। इसका नाम साहेल है। ये एक रेगिस्तानी इलाका है। यहां वूडाबी नामक जनजाति के लोग रहते हैं। इस समुदाय में पुरुषों को गैर मर्द की ‌स्त्रियों को चुराने के रिवाज है। इसके लिए एक त्योहार भी मनाया जाता है। यह त्योहार भले ही पुरुषों के लिए हो, लेकिन हकीकत में इससे फायदा स्त्रियों को होता है। इस उत्सव में उन्हें अपना पार्टनर चुनने की पूरी आजादी मिलती है। महिलाएं ही इस बात का निर्णय लेती हैं कि उनका साथी कौन होगा और वो किसके साथ रहना चाहती है।

औरतों एवं लड़कियों को रिझाने के लिए वूडाबी समुदाय के पुरुष सालभर खूब मेहनत करते हैं। वो खुद को हैंडसम बनाने से लेकर अपनी दूसरी रचनात्मक खूबियों को बढ़ाने में लगे रहते हैं। उनकी इसी मेहनत के फलस्वरूप उत्सव वाले दिन महिलाएं उनका चुनाव करती हैं। उत्सव का आयोजन वहां एक मैदान में किया जाता है। ये मैदान काफी विशाल क्षेत्र में फैला होता है। यहां समुदाय के सभी पुरुष सज—धज कर कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए आते हैं। वहीं महिलाएं पुरुषों को चुनने के लिए एक लाइन से खड़ी हो जाती हैं।

महिलाओं को खुश करने के लिए पुरुषों को नाच दिखाना होता है। उन्हें अपने हाव—भाव के साथ अपनी नृत्य कला से उन्हें रिझाना होता है। उन्हें पूरी कोशिश करनी होती है, कि वे दूसरों से अलग लगे। मर्द चुनते समय स्त्रियां पुरुषों की इस खूबी एवं उनके लुक के बारे में ध्यान रखती हैं। महिलाएं तय करती हैं कि उन्हें किसे अपने साथी के तौर पर चुनना है। उनकी रजामंदी के बाद ही कोई पुरुष उन्हें अपने साथ ले जा सकता है। महिला के शादीशुदा होने के बावजूद वो दूसरे मर्द साथ जा सकती है। इसमें उसका पति भी कोई विरोध नहीं कर सकता है।

वूडाबी समुदाय के लोग खुद को दुनिया में सबसे सुंदर मानते हैं। खासतौर पर यहां के पुरुषों में ये भावना सबसे ज्यादा होती है। इसके लिए वो शीशा तक नहीं रखते हैं। उन्हें अपनी सुंदरता पर पूरा भरोसा होता है। वो इसे बनाए रखने के लिए हमेशा प्रयत्न करते रहते हैं।

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