आज के समय में प्रदुषण और दूषित जल और भोजन के सेवन तथा मानसिक तनाव की अधिकता अनेक ह्रदय रोगो को जन्म देती है ! अधिक शारीरिक श्रम और पौष्टिक भोजन का अभाव भी अनेक स्त्री-पुरुष को ह्रदय रोगो का शिकार बनाता है जबकि धनि परिवारों में अधिक भोजन और शारीरिक श्रम न करने की प्रवृति दिल की बिमारियों को उत्पन्न करती है !
लक्षण : ह्रदय रोगो में प्रारम्भ में दिल की धड़कन बढ़ने की बीमारी के लक्षण दिखाई देते है ! थोड़ा सा शारीरिक श्रम करने, सीढ़ियां चढ़ने , बोझा उठाकर चलने से दिल की दड़कन तेज हो जाती है ! चेहरा और शरीर पसीने में भीग जाता है ! और उस समय रोगी को बहुत घबराहट महसूस होती है और सिर चकराने से वह बैठ या लेट जाता है ! आज हम इसी बीमारी को दूर करने के लिए कुछ घरेलू उपाए बताने जा रहे है !
घरेलू उपाए :
- शहतूत का शर्बत बनाकर पीने से दिल की धड़कन सामान्य होती है !
- गाजर का रस 100 ग्राम मात्रा में हर रोज पीने से ह्रदय की निर्बलता खतम होने से धड़कन की बीमारी ठीक हो जाती है !
- अनार का रस 100 ग्राम मात्रा में सुबह-शाम पीने से तेज धड़कन की बीमारी में बहुत लाभ होता है !
- धनिये के चार ग्राम चूर्ण में 3 ग्राम मिश्री का चूर्ण मिलाकर ताजे पानी से सेवन करने से दिल की तेज धड़कन में लाभ होता है !
- निम्बू की शिकंजी बनाकर पीने से दिल की तेज धड़कन में बहुत लाभ होता है !
- बहार की ताली,भुनी, मसालेदार चीज न खांए !
Footer code:
Leave a Reply