लाइव हिंदी खबर(हेल्थ टिप्स ) :- आयुर्वेद के अनुसार ब्रेस्ट फीडिंग के दौरान मां काे लवणरस की जगह मधुररस का सेवन ज्यादा करना चाहिए, इस तरह के आहार से मां सम्पूर्ण पाेषण मिलता है। world 2019 के अवसर पर आयुर्वेद विशेषज्ञ डाॅॅ. केवी नरसिम्हा से जाने कि स्तनपान ( Breastfeeding ) कराने वाली महिला कैसा रखें अपना आहार ( mother diet during breastfeeding ) :-
– मां का दूध बच्चे के शारीरिक व मानसिक पाेषण के लिए बेहद आवश्यक हाेता है। इसलिए जरूरी है कि स्तनपान कराने वाली मां का आहार पाेषक तत्वाें से भरपूर हाे।
– आयुर्वेद के अनुसार स्तनपान ( Breastfeeding ) कराने वाली महिलाआें काे तुरर्इ, लहसुन, साैंफ, जीरक, दसमूल, सतावरी, अश्वगंधा जैसी चीजाें काे अपने आहार में शामिल करना चाहिए। इससे दूध बढ़ने के साथ दूध की गुणवत्ता भी बढ़ती है। साथ ही मां काे अंदरूनी ताकत मिलती है।
– बच्चे काे 6 माह तक मां का दूध ही पिलाना चाहिए।जब बच्चा अन्न का सेवन करने लगे तब उसे अच्छी सेहत के लिए घी, शहद आैर दही जैसी चीजाें का सेवन कराना चाहिए।
– प्रेगनेंसी के बाद यदि मां का वजन बढ़ा हुआ है ताे भुजंगासन, ताड़ासन, पदमाशन आदि याेग से कम किया जा सकता है।