लाइव हिंदी खबर (हेल्थ कार्नर ) :- लोसैचुरेटेड फैट से युक्त कद्दू फाइबर का अच्छा स्त्रोत है। इसे कोणा या काशी फल भी कहते हैं।
कद्दू में विटामिन-ई, थायमीन, फॉस्फोरस जैसे खनिज तत्त्वों के साथ विटामिन-बी2 राइबोफ्लेविन की प्रचुर मात्रा होने के कारण उम्र के बढ़ते प्रभाव की रोकथाम व रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मददगार है। रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होने से शरीर की बीमारियों से लड़ने की ताकत बढ़ती है।
कद्दू में बीटा कैरोटिन प्रचुर मात्रा में होने के कारण इसका रंग नारंगी होता है जो शरीर में पहुंचकर विटामिन-ए में परिवर्तित हो जाता है।
यह अस्थमा व हृदय रोगों से बचाता है। लो-सैचुरेटेड फैट व सोडियम की मात्रा कम होने के कारण स्वास्थ्यवर्धक है।
एक कप कद्दू के रस में 50 कैलोरी ऊर्जा व 3 ग्राम फाइबर पाया जाता है। इसके बीजों में प्रोटीन की अधिक मात्रा पाई जाती है।
इसे सब्जी, रायता, मिठाई, कोफ्ते में उपयोग किया जा सकता है।