लाइव हिंदी खबर :-सनातन धर्म में गंगा को देवी माता का दर्जा प्राप्त है। मान्यता है कि ये भगवान विष्णु के चरणों से निकलकर पृथ्वी में आई हैं। जिसके लिए भगवान श्रीराम के पूर्वजों ने बेहद कठीन तपस्या की थी, तब कहीं जाकर वे देवी मां गंगा का धरती में लाने पर सफल हो पाए थे।
ऐसे अनेक कारणों के चलते हिंदू धर्म में गंगा को अति पूजनीय माना गया है। जन्म से लेकर मरण तक गंगा का जल अति महत्वपूर्ण है। ऐसे में तकरीबन सभी हिंदू सदैव ही अपने घर में गंगा जल रखते है। ये एक ऐसा जल है जो कभी खराब नहीं होता है। सनातन धर्म में गंगा नदी को मां का दर्जा दिया गया है, इसलिए भक्त अपने घर को पवित्र रखने के लिए गंगाजल अपने घर में रखते हैं। गंगा का जल मोक्ष प्रदान करने वाला है और पूजा-अर्चना, शुद्धिकरण, अभिषेक और कई धार्मिक अनुष्ठानों में इसका प्रयोग किया जाता है। बिना गंगाजल के कोई धार्मिक अनुष्ठान पवित्र नहीं माना जाता है।
सभी हिंदू गंगा जल को अति पवन व पवित्र मानते हैं, जिसके चलते वे इसे घरों में रखते हैं। लेकिन कई बार जानकारी के अभाव में वे इसे घर में रखने के नियमों का पालन नहीं कर पाते, जिसके कारण कई बार उन्हें परेशानियों तक का सामना करना पड़ता है। अभी हरिद्वार में महाकुंभ चल रहा है, ऐसे में हम आपको गंगा जल से जुड़ी कुछ खास बातें बता रहे हैं…
दरअसल गंगाजल को घर में रखने के कुछ खास नियम हैं, जिनकी पूर्ति न करने पर अज्ञानतावश हम अपना ही नुकसान कर लेते हैं। ज्ञात हो कि गंगाजल को इस दुनिया में सबसे पवित्र माना जाता है। ऐसे में पूजा पाठ के इलावा भारतीय शास्त्रों के अनुसार किसी भी चीज को शुद्ध करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए यदि आपके घर में गंगाजल है तो इसकी पवित्रता को भी बनाए रखना आपकी ही जिम्मेदारी है। बता दें कि इसकी पवित्रता को बनाए रखने के लिए कुछ शास्त्रीय नियमों का पालन करना बेहद जरुरी है।
इसके इलावा गंगाजल को पवित्र रखना इसलिए भी जरुरी है, क्योंकि माना जाता है कि यदि इसका अपमान किया जाता है, तो सभी देवी देवता नाराज हो जाते है। इसके साथ ही यदि इसे पवित्र न रखा जाएं तो इससे घर की पवित्रता भी भंग होती है और जिस काम के लिए इसका इस्तेमाल किया जाएं वो कभी सफल नहीं होता। इसलिए आप जब भी अपने घर में गंगाजल रखें तो कुख बातों का खास ध्यान रखें…
गौरतलब है, कि बहुत से लोग गंगाजल को gangajal at home pooja प्लास्टिक की बोतल में रखते है। जबकि इससे गंगाजल की पवित्रता भंग होती है। इसके इलावा यदि वैज्ञानिक दृष्टि से देखा जाए तो प्लास्टिक को विषैला माना जाता है। ऐसे में जहा तक हो सके गंगाजल को चांदी के बर्तन में ही रखें और अगर चांदी का बर्तन मौजूद न हो तो आप इसे तांबे या पीतल के बर्तन में भी रख सकते है। गंगाजल को हमेशा तांबे, चांदी, मिट्टी या फिर कांसे के पात्र में ही रखना चाहिए। इन पात्रों में गंगाजल रखने से वह हमेशा शुद्ध रहता है।
gangajal को लेकर इतना तो तय है, कि प्लास्टिक की बोतल में रखा गया गंगाजल आपके किसी भी कार्य के लिए प्रयोग नहीं किया जा सकता और न ही ऐसे जल से आपकी कोई मनोकामना पूरी होगी।
इसके इलावा आप जब भी घर के किसी भी स्थान पर गंगाजल को रखें तो उस स्थान की साफ़ सफाई जरूर करें। ऐसे में गंगाजल को पूजा घर में रखने की सलाह भी दी जाती है। मंदिर में गंगाजल ईशान कोण में रखें। यह दिशा धार्मिक कार्यों के लिए सर्वोत्तम मानी जाती है।
आप घर के जिस भी कोने में गंगाजल रखें, तो वहां मांसाहार या शराब का सेवन बिलकुल न करें। और यदि आप बाहर से भी ऐसा कुछ करके आए हैं, तो गंगा जल को छूना तो दूर इसके आसपास भी न आएं, क्योंकि ऐसा करने से आप पाप के भागीदार भी बनते हैं।
इसे किसी भी कमरे के विशाल कोण में ही इसे रखें। माना जाता है कि गंगाजल को घर में रखने से सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है और घर में ये ऊर्जा बनी रहती है। लेकिन इसके साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि इसे कभी भी अंधेरे कमरे या अंधेरे कोने में न रखें।
इसके इलावा गंगा जल का प्रयोग करने से पहले अपने हाथ अच्छे से धो लें और इसे प्रणाम करने के बाद ही प्रयोग में लाएं। गंदे हाथ से गंगाजल स्पर्श करने पर ग्रहदोष लगता है।
गंगाजल के कुछ खास उपाय
अब हम आपको बताते है, कि गंगाजल से आप धनवान कैसे बन सकते हैं। इसमें सबसे पहले उपाय के अनुसार शनिवार की शाम को पीपल के पेड़ के नीचे मिट्टी के दीये में सरसों का तेल डाल कर उसे जलाएं। gangajal pooja at home इसके बाद एक लोटा जल का लेकर उसमे कुछ बूंदे गंगाजल की डाल कर उसे पेड़ की जड़ो में अर्पित करें। मान्यता के अनुसार इस उपाय से आर्थिक परेशानियां दूर होने के साथ साथ धन आगमन के नए रास्ते भी खुलेंगे और घर में सदा धन बना रहेगा।
वहीं एक अन्य उपाय के तहत घर को नकारात्मक ऊर्जा और बुरी शक्तियों से बचाएं रखने के लिए हर रोज घर के चारों तरफ गंगाजल का छिड़काव करें। ज्ञात हो कि यह छिड़काव आप दिन में किसी भी समय कर सकते हैं। इसके इलावा यदि यह सम्भव न हो तो प्रात: काल घर के मुख्य दरवाजे पर ही सही, पर गंगाजल का छिड़काव अवश्य करें। माना जाता है कि इससे घर में सदा सुख शांति बनी रहती है।
17वीं शताब्दी में फ्रेंच यात्री जीन बेपटिस्ट ने भारत यात्रा के बाद कहा था कि गंगा के पानी में दवाओं जैसी ताकत है। गंगा के कच्चे पानी में बैक्टीरिया 2-3 घंटे से ज्यादा जिंदा नहीं रहते।