लाइव हिंदी खबर :- जैसा कि हम सभी जानते हैं कि निर्णय लेने की क्षमता सबका अलग-अलग होता है। कई ऐसे लोग होते हैं जो तुरंत निर्णय लेते हैं, तो कुछ लोग निर्णय लेने में समय लेते हैं तो कुछ लोग निर्णय ही नहीं ले पाते हैं या ये लोग दूसरे पर निर्भर रहते हैं। अब सवाल उठता है कि ऐसा क्यों होता है?
दरअसल, ज्योतिष शास्त्र में निर्णय लेने की क्षमता पंचम, नवम और एकादश भाव देखी जाती है। बताया जाता है कि अलग-अलग तत्वों से अलग-अलग तरह की निर्णय लेने की स्थितियां बनती है। उसी तरह अलग-अलग ग्रह निर्णय पर अलग-अलग प्रभाव डालते हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चंद्रमा मन का कारक होता है, जिस कारण निर्णय क्षमता में इसकी सबसे अधिक भूमिका होती है। आइये जानते हैं कि कौन सा ग्रह निर्णय क्षमता को प्रभावित करते हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्य वाले लोग तुरंत निर्णय लेते हैं। माना जाता है कि इनके द्वारा लिए गए निर्णय का परिणाम ठीक ही रहता है। वहीं चंद्रमा वाले लोग निर्णय भावनाओं से चलता है।
वहीं, मंगल वाले लोग जोश में निर्णय लेते हैं, बुध प्रधान लोग अक्सर निर्णय लेने में दुविधा के शिकार हो जाते हैं। इसके अलावा बृहस्पति और शुक्र वाले अक्सर संतुलित निर्णय ले लेते हैं जबकि शनि वाले लोग सोच समझकर और बेहतरीन निर्णय लेते हैं।
कब सही निर्णय नहीं ले पाते हैं लोग ?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर पंचम भाव के स्वामी कमजोर होता है तो लोग सही निर्णय नहीं ले पाता है। इसके अलावा अग्नि तत्व ज्यादा मजबूत होने पर व्यक्ति जोश में गलत निर्णय ले लेता है, जिस कारण वह कभी-कभी बुरी तरह से असफल हो जाता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर कुंडली में चन्द्र और बुध की प्रधानता हो तो व्यक्ति चंचल स्वभाव और भावनाओं के कारण गलत निर्णय ले लेता है। हस्त विज्ञान शास्त्र के अनुसार, अगर अंगूठे का पहला पोर लचीला हो तो वैसा व्यक्ति बार-बार निर्णय बदलता है और उसे असफलता का सामना करना पड़ता है।
कब व्यक्ति सही निर्णय लेता है?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिस व्यक्ति का पंचम भाव के स्वामी के मजबूत होता है तो वह सही समय पर सही निर्णय लेता है। इसके अलावा अगर शनि मजबूत हो तो भी सही निर्णय लिया जाता है। साथ ही, अगर चंद्रमा शुभ स्थान पर हो तो भी सही निर्णय लेता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर बृहस्पति शुभ ग्रहों के केन्द्र में रहे तब भी इंसान सही समय पर सही निर्णय लेता है और वह सफल भी होता है।