लाइव हिंदी खबर :-मान्यता है कि मनुष्य के हर अच्छे-बुरे कार्य का फल शनिदेव ही देते हैं। इसलिए शनि की दशा या साढ़े साती लगते ही व्यक्ति के अच्छे या बुरे दिन शुरू हो जाते हैं और जिसके जैसे कर्म होते हैं, उसे वैसा ही भोगना पड़ता है। ज्योतिष में शनिदेव को न्यायाधीश का पद दिया गया है।
माना जाता है कि जिन लोगों की कुंडली में शनि अशुभ स्थिति में होता है, उन्हें भाग्य का साथ नहीं मिल पाता है। किसी भी काम में सफल होने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है, धन संबंधी कामों में बाधाएं आती हैं, जिनकी वजह से गरीबी का सामना करना पड़ता है।
शनिवार का स्वामी ग्रह है शनि। इस दिन शनि के विशेष उपाय करने से कुंडली के बहुत से दोष दूर हो सकते हैं। आइये ज्योतिष के अनुसार जानते हैं कि शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए कौन-कौन से उपाय किए जा सकते हैं…
शनिवार को 19 हाथ लंबा काला धागा लेकर उसकी माला बनाएं। इसके बाद ये माला शनिदेव को चढ़ाएं और कुछ देर बाद इस काले धागे की माला को गले में धारण करें। इसे आप दाहिने हाथ में भी बांध सकते हैं। माना जाता है कि ऐसा करने शनि का प्रकोप कम हो जाता है।
हर शनिवार को व्रत रखें। सूर्यास्त के समय हनुमानजी की पूजा करें। पूजा में सिंदूर, काली तिल का तेल, तेल का दीपक और नीले फूल चढ़ाएं। माना जाता है कि ऐसा करने से शनि के अशुभ योगों का असर नहीं होता है।शनिवार को बंदरों और काले कुत्तों को लड्डू खिलाएं। इस उपाय से हनुमान जी के साथ-साथ शनिदेव भी प्रसन्न होते हैं।
शनिवार को किसी काली गाय की पूजा करें। गाय को कुमकुम, चावल चढ़ाएं। बूंदी के लड्डू खिलाएं और गाय की परिक्रमा करें। माना जाता है कि इस उपाय को करने से शनि दोष दूर हो जाते हैं।शनिवार को एक कटोरी में तेल लें और उसमें अपना चेहरा देखें। इसके बाद तेल किसी गरीब व्यक्ति को दान कर दें।