लाइव हिंदी खबर :- अमेरिका में जारी सरकारी शटडाउन ने लाखों कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति को हिला दिया है। 1 अक्टूबर से शुरू हुआ यह शटडाउन अब 22वें दिन में पहुंच गया है, जिससे लगभग 7.5 लाख सरकारी कर्मचारियों की सैलरी अटक गई है। हालात इतने खराब हो गए हैं कि कई कर्मचारी अपनी रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करने और ईएमआई चुकाने के लिए फूड डिलीवरी या अस्थायी नौकरियों का सहारा ले रहे हैं।

सीनेट में 20 अक्टूबर को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के फंडिंग बिल पर 11वीं बार वोटिंग हुई, लेकिन प्रस्ताव फिर से खारिज कर दिया गया। इस वजह से यह अमेरिकी इतिहास का दूसरा सबसे लंबा शटडाउन बन गया है।
शटडाउन का सबसे ज्यादा असर एयर ट्रैफिक कंट्रोलर, सुरक्षा कर्मियों और हेल्थ सेक्टर से जुड़े कर्मचारियों पर पड़ रहा है। उन्हें बिना सैलरी काम करना पड़ रहा है, जबकि कई सरकारी सेवाएं बंद हैं। आर्थिक विशेषज्ञों का कहना है कि अगर यह स्थिति और लंबी चली, तो इसका असर अमेरिका की अर्थव्यवस्था और आम नागरिकों के जीवन पर भी गंभीर हो सकता है।