लाइव हिंदी खबर :- मंगलवार को चीन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 100% टैरिफ लगाने के फैसले का कड़ा विरोध किया है। चीनी वित्त मंत्रालय के अधिकारी ने सोशल मीडिया पर कहा कि अगर अमेरिका लड़ना चाहता है, तो हम आखिर तक लड़ेंगे। अगर बातचीत करना चाहता है, तो धमकियां देना बंद कर दे।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अमेरिकी टैरिफ की वजह से चीन ने कई रेयर खनिजों को लेकर नए नियम जारी कर दिए हैं। इन नियमों के तहत कोई भी कंपनी चीन से रेयर खनिज खरीदकर बाहर बेचना चाहती हो, तो पहले चीनी सरकार से लाइसेंस लेना पड़ेगा।
चीन के इस फैसले को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे दुश्मनी बाला फैसला बताया है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर चीन पीछे नहीं हटता है, तो अमेरिका तीन अंकों यानी 100% से ज्यादा का नया टैरिफ लगाएगा।
इस पर चीन का कहना है कि अमेरिका ने पहले उसकी कंपनियों पर ढेर सारी पाबंदियां लगाई। जिसके जवाब में चीन को यह कदम उठाना पड़ा।
इसके साथ ही चीन की सरकार ने आरोप लगाया कि अमेरिका ने चीनी जहाजों पर टैरिफ लगाने की योजना बनाकर दोनों देशों के बीच चल रहे बातचीत के माहौल को खराब किया है| दोनों देशों के बीच बातचीत की स्थिति विगत माह जैसी ही पहुंच गई है| जब ट्रंप ने चीनी कंपनी हुवावे पर प्रतिबंध लगाए| चिप्स, सॉफ्टवेयर रोके और चीनी छात्रों के वीजा पर धमकी दी थी|
हालांकि चीन ने यह भी कहा कि पूरी तरह बिना नहीं लगाया गया है, इस पर विशेषज्ञों का कहना है कि चीन अमेरिका जैसे ही नियम अपना रहा है|