लाइव हिंदी खबर :-शादी के बाद सुखी जीवन और अच्छी संतान हर व्यक्ति चाहता है। हर पुरुष और स्त्री के मन में मां-पिता बनने की ख्वाहिश होती है। लेकिन दुख तब होता है जब संतान सुख प्राप्त नहीं होता। इसके लिए व्यक्ति बहुत से उपाय करता है। संतान प्राप्ति के लिए व्यक्ति हर संभव प्रयास करता है। लेकिन इसके बावजूद भी व्यक्ति नाकाम रहता है, तो अगर आप भी संतान के लिए बहुत प्रयास कर चुके हैं तो इस उपाय को जरुर आज़माएं। इन उपाय को करने से आपकी जिंदगी खुशियों से भर जाएगी। आइए जानते हैं वो खास उपाय…
1.यदि आपको बहुत इलाज के बाद भी संतान सुख नहीं मिल पा रहा है तो आप लगातार 40 दिनों तक पांच मूली शिव मंदिर में चढ़ाएं। ध्यान रहे की इन्हें मंदिर में चढ़ाने से पहले रविवार की रात को महिला के सिरहाने मूलियों को रख दें। इसके बाद सोमवार की सुबह से उन्हें मंदिर में चढ़ाना शुरु करें। इस उपाय को करने से जल्द ही संतान सुख की प्राप्ति होती है।
2.अगर आप गुणवान और बुद्धिमान संतान पाना चाहते हैं, तो आप चावल और सुपारी का टोटका कर सकते है। इस कारगार उपाय को शकुवार के दिन करना है। आपको बरगद के पत्ते पर कुमकुम से स्वास्तिक बनाना है, इसके बाद उस पर एक सुपारी और थोड़े चावल रखकर किसी मंदिर में चढ़ा दें। इससे आपकी संतान समेत कई इच्छाएं पूरी हो जाएगी।
3.कई बार मेडिकल प्राब्लम्स के अलावा कुंडली के दोषों के कारण भी संतान प्राप्ति में समस्याएं होती है। जैसे ज्योतिष के अनुसार जिन लोगों की कुंडली में पांचवे घर में राहु होता है उन लोगों को संतान सुख नहीं मिल पाता है। लेकिन इसका समाधान भी मौजूद है, इससे छुटकारा पाने के लिए आप घर के मुख्य दरवाजे के नीचे चांदी का एक पत्र रख दें। समस्या खत्म हो जाएगी।
4.गुरुवार के दिन पांच कौड़ी लेकर इसे अभिमंत्रित कर लें। अब इसे महिला की कमर पर पीले धागे के साथ बांध दें। ऐसा करने से जल्द ही गोद भर जाएगी।
5.वहीं गुरुवार के दिन गेंहू के आटे की गोलियां बनाकर उसमें चने की दाल और थोड़ी हल्दी भरकर गाय को खिला दें, ऐसा करने से बृहस्पति देव प्रसन्न हो जाते हैं। निसंतान दंपतियों को संतान सुख प्राप्त हो जाता है।
6.संतान सुख की प्राप्ति के लिए श्रावण नक्षत्र में काल अरंड की जड़ का उपाय भी प्रभावशाली साबित होता है। इस नक्षत्र में स्त्री को ये जड़ अपनी कमर व बाजू पर बांधन चाहिए। ऐसा करने पर भगवान शिव की आप पर कृपा होगी और आपकी सूनी गोद जल्द भर जाएगी।
7.इसके अलावा बुधवार के दिन कान्हा जी के बाल रुप की मूर्ति लेकर आएं और उनकी प्रतिदिन पूजा करें। इसके साथ ही उन्हें माखन मिश्री का भोग लगाएं। प्रसाद थोडा खुद खाएं एवं बचा हुआ प्रसाद पक्षियों को खिला दें। ऐसा नियमितरूप से करें, सूनी गोद जल्द भर जाएगी।