लाइव हिंदी खबर :-हर धर्म की अपनी कुछ मान्यताएं हैं और अपनी कुछ आस्थाएं होती हैं। हिन्दू धर्म की बात की जाए तो देवी-देवताओं के साथ-साथ हम प्रकृति और ग्रहों को प्रसन्न करने के लिए उनकी पूजा करते हैं। माना जाता है कि प्रकृत्ति को मानव जीवन की गहराई में पिरोया गया है।
वहीं, अगर ग्रहों की बात करें तो ज्योतिष विद्या जैसी अत्याधिक प्राचीन विद्या के अंतर्गत यह स्वीकृत किया गया है कि सौरमंडल के ग्रहों की गति, चाल, स्थिति ही मानव जीवन को संचालित करती है। यही कारण है कि सभी ग्रह अपनी से प्रभाव हमारे भविष्य और वर्तमान को प्रभावित करते हैं। लेकिन इन सभी में से अगर किसी और को सबसे ज्यादा प्रभावी माना गया है तो वह है शनि ग्रह।
शनि देव को न्याय का देवता माना गया है। माना जाता है कि शनि की कुदृष्टि इंसानी जीवन को और जटिल बना देती है। यही वजह है कि लगभग सभी लोग शनि की साढ़ेसाती और ढैया से भयभीत रहते हैं। लेकिन शनि देव को प्रसन्न कर उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए ज्योतिष शास्त्र में उपाय भी बताए गए हैं। इनमें सबसे ज्यादा असरदार उपाय है घोड़े की नाल की अंगूठी।
मान्यता है कि काले घोड़े की नाल से बनी अंगूठी पहनने पर शनि देव के क्रोध और उनकी कुदृष्टि से बचा जा सकता है। यही कारण है कि जिस पर शनि की साढ़ेसाती चलती है, उसे काले घोड़े की नाल से बनी अंगूठी पहनने की सलाह दी जाती है। कहा जाता है कि शनिवार के दिन काले घोड़े की नाल को दाएं हाथ की मध्यमा अंगुली में पहनने से सारे बिगड़े काम भी बनने लगते हैं और शनिदेव भी प्रसन्न रहते हैं।