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आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) के फाइनल दौरे में जैसे जैसे टीमें नजदीक पहुंच रही है इस टूर्नामेंट का रोमांच और भी बढ़ता ही जा रहा है, दक्षिण अफ्रीका पर इंग्लैंड की 2-1 की जीत ने चैम्पियनशिप को और भी मजेदार बना दिया है।
इस जीत का चैंपियनशिप में इंग्लैंड के भाग्य पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है। बांग्लादेश और मौजूदा चैंपियन न्यूजीलैंड के साथ इंग्लैंड की टीम पहले ही फाइनल की दौड़ से बाहर हो चुकी है।
दक्षिण अफ्रीका को झटका
दूसरी तरफ हार ने दक्षिण अफ्रीका को 60 के प्रतिशत (PCT) के साथ दूसरे स्थान पर धकेल दिया है, जबकि ऑस्ट्रेलिया ने 82 अंकों के साथ शीर्ष स्थान और 70 पर्संटेज प्वॉइंट के साथ पहले स्थान पर कब्जा कर लिया है। वैसे तो भारत वर्तमान में चौथे पायदान पर है और अगले ही साल फाइनल खेला जायेगा, लेकिन अभी भी भारत के पास फाइनल में पहुंचने का रास्ता खुला हुआ है।
क्या है भारत की मौजूदा स्थिति
अंक तालिका पर नजर डालें तो भारत के पास दक्षिण अफ्रीका से अधिक अंक हैं लेकिन विनिंग परसेंट लो है। भारत 52.08 पर्संटेज प्वॉइंट के कारण तालिका में चौथे नंबर पर है, 53.33 पर्संटेज प्वॉइंट के मामूली अंतर के साथ साथ श्रीलंका तीसरे नंबर पर है। भारत की शीर्ष दो टीमों में जगह बनाने की राह मुश्किल है, क्योंकि उसके पास अगले साल लॉर्ड्स में WTC के फाइनल से पहले खेलने के लिए केवल छह टेस्ट मैच हैं।
याद हो कि पिछले साउथेम्प्टन में खेले गए WTC के फाइनल में भारत को केन विलियमसन की अगुवाई वाली न्यूजीलैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में टीम इंडिया चाहेगी इस बार खिताब को अपने नाम करे लेकिन इसके लिए उन्हें अपने आगामी मैचों में अपराजेय रहना होगा।
ऐसे तय होगा फाइनल का सफर
भारत वर्तमान डब्ल्यूटीसी चक्र के अंत से पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की सीरीज और बांग्लादेश के साथ दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेगा. टीम को अपने पर्संटेज प्वॉइंट को बढ़ाने और इसे 68.06 तक ले जाने के लिए सभी मैच जीतने होंगे।
भारत के सारे मैच जीतना, ऑस्ट्रेलिया के लिए एक झटका भी है, इसी परिस्थिति में रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम इंडिया फाइनल में पहुंच पाएगी।
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