लाइव हिंदी खबर :- इजराइल के नेता और राष्ट्रवादी सुरक्षा मंत्री इतमार बेन-ग्वीर ने बुधवार को हमास पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि गाजा से रिहा किए जाने वाले बंधकों के शवों का पूरा हिसाब नहीं देने के कारण यह समूह पृथ्वी के चेहरे से मिटा दिया जाना चाहिए। बेन-ग्वीर, जिन पर उनके कट्टरपंथी बयानों के कारण ब्रिटेन और अन्य देशों में प्रतिबंध लगाए गए हैं, ने अमेरिका-समर्थित युद्धविराम समझौते का पहले ही विरोध किया था।

बेन-ग्वीर ने हमास की तुलना नाज़ीवाद से करते हुए उस पर समझौते के प्रति बेइमानी और परिवारों तथा शवों के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि थोड़ी-सी शर्तों के पूरा होते ही हमास ने फिर से झूठ, धोखा और कुटिलता की पुरानी पद्धतियों को अपनाया है। उनके शब्दों में यह नाज़ी आतंक केवल बल का प्रयोग करता है और इससे निपटने का एकमात्र तरीका है कि इसे पृथ्वी के चेहरे से मिटा दिया जाए।
हमास की ओर से पहले ही यह कहा गया था कि युद्ध और मलबे के कारण बंधकों के अवशेषों की पहचान व उनका हस्तांतरण कठिन है। मध्यस्थ देशों ने भी शवों की अदल-बदल और रिहाई से जुड़े तकनीकी व मानवीय जटिलताओं का हवाला दिया है। बेन-ग्वीर के कड़े बयान राजनीतिक और कूटनीतिक स्तर पर चिंता का विषय बन गए हैं।
कुछ अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय राजनयिकों ने उन शब्दों की निंदा करते हुए कहा है कि आग उकसाने वाली भाषाएँ शांति प्रयासों को नुकसान पहुंचा सकती हैं और मानवीय संकट को और गहरा कर सकती हैं। वहीं, इज़राइली दायित्वों और सुरक्षा चिंताओं के समर्थक उनके रुख को कड़ा होने के संकेत के रूप में देखते हैं।
स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है; दोनों पक्षों और मध्यस्थों के बीच वार्ता, शव-हस्तांतरण और मानवीय राहत के मुद्दे संवेदनशील बने हुए हैं, और अंतरराष्ट्रीय समुदाय इन कड़वों बयानों के असर पर निगाहें बनाए हुए है।