लाइव हिंदी खबर :- इज़राइली सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट-जनरल एयाल जमीर ने घोषणा की है कि गाजा पट्टी में जो येलो लाइन खींची गई है, उसे अब इज़राइल की नई सीमा माना जाएगा। उन्होंने स्पष्ट कहा कि इज़राइल गाजा के उस हिस्से को छोड़ने या वापस हटने की कोई योजना नहीं बना रहा, जिसे अब सैन्य नियंत्रण में घोषित किया गया है।

जमीर ने कहा कि येलो लाइन अब सिर्फ अंतरिम कदम नहीं, बल्कि स्थायी डिफेंस ब्रेक होगी और इज़राइल की सेनाएँ वहीं तैनात रहेंगी। उनके अनुसार वर्तमान नियंत्रण में आने वाला इलाका गाजा का लगभग आधा हिस्सा है, जिसमें कृषि भूमि और मिस्र सीमा से जुड़ी अहम बॉर्डर क्रॉसिंग भी शामिल है।
इज़राइल का यह रुख उस अमेरिकी मध्यस्थता से प्रस्तावित समझौते के खिलाफ प्रतीत होता है, जिसमें कहा गया था कि येलो लाइन सिर्फ अस्थायी वापसी की रेखा होगी और बाद में सैनिकों को पीछे हटना होगा। इस बयान के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि गाजा मुद्दे में जमीन पर वास्तविक नियंत्रण की दिशा में इज़राइल की नीति स्थायी होती जा रही है, जिससे संघर्ष विराम की उम्मीदों और पुनर्वास की चुनौतियों पर सवाल खड़े हो गए हैं।