लाइव हिंदी खबर :- यमन की राजधानी सना में हुए इजरायली हवाई हमले में हूती विद्रोहियों के प्रधानमंत्री अहमद अल-रहावी की मौत हो गई। हमले में उनके साथ कई वरिष्ठ मंत्री भी मारे गए। अल-रहावी हूती सरकार के अब तक के सबसे उच्च पदस्थ नेता थे, जिनकी हत्या ने पूरे संगठन को हिला दिया है। हमले के बाद हूती विद्रोहियों ने इजराइल को खुली चेतावनी देते हुए कहा कि वे इस हमले का बदला ज़रूर लेंगे।

विद्रोही नेताओं ने बयान जारी कर कहा कि हम अपने प्रधानमंत्री की मौत का हिसाब चुकता करेंगे और ईश्वर के नाम पर प्रतिशोध लेंगे। इस बीच हूती संगठन ने मुहम्मद अहमद मिफ़्ताह को कार्यवाहक प्रधानमंत्री नियुक्त कर दिया है। मिफ़्ताह अब संगठन का नेतृत्व संभालेंगे और आने वाले दिनों में रणनीतिक फैसले लेंगे। विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटना से मध्य पूर्व में तनाव और बढ़ सकता है और इजराइल-हूती टकराव एक नए दौर में प्रवेश कर सकता है।