लाइव हिंदी खबर :-शनि का राशि परिवर्तन हो गया है। शनि धनु राशि से मकर राशि में पहुंच चुके हैं। ज्योतिष के जानकारों के अनुसार, शनि का राशि परिवर्तन प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर कई राशियों को प्रभावित कर रहा है। एक तरफ वृश्चिक से साढ़े साती समाप्त हो गया है। इसके साथ ही कन्या राशि से शनि के ढैय्या खत्म हो गई है। वहीं मकर के लिए मध्य और कुंभ के लिए चढ़ती साढ़े साती का प्रभाव रहेगा।
बताया जा रहा है कि इन 142 दिनों तक साढ़े साती और ढैय्या से प्रभावित लोगों की परेशानियों में कमी आएगी। इसके बावजूद काम भी धीमी गति से ही पूरे होंगे। बताया जाता है कि जिस राशि पर साढ़े साती चलती है, उसका असर साढ़े सात साल तक रहता है।
ज्योतिष के जानकारों के अनुसार, जब शनि किसी राशि में प्रवेश करता है, तो उस पर साढ़े साती के पहले ढाई साल पूरे हो चुके होते हैं और दूसरा चरण शुरू हो जाता है। वहीं, अगली राशि पर साढ़े साती के शुरुआती ढाई साल होते हैं। अगर ढैय्या की बात की जाए तो जिस राशि पर शनि की वक्र दृष्टि होती है और जिस राशि में शनि होता है, उससे छठी राशि पर शनि की ढैय्या होती है।
राशि के अनुसार जानें शनि का प्रभाव
मेष : नौकरी लगेगी। नौकरी में हैं ते प्रमोशन होगा। विवाह की संभावनाएं। जय प्राप्त होगी।
वृषभ : ढैया पनौती समाप्त, अतः नया पद मिलेगा। धन वृद्धि। संतान से लाभ, किंतु नेत्र कष्ट।
मिथुन : ढैया पनौती शुरू, अतः स्वास्थ्य कष्ट। आर्थिक हानि। मानसिक तनाव।
कर्क : धन लाभ। स्थान परिवर्तन। पद परिवर्तन। यात्राएं होंगी। पद लाभ। स्वास्थ्य कष्ट।
सिंह : सेहत अच्छी रहेगी। स्थान परिवर्तन की संभावना। पदवृद्धि। रोग-ऋण-शत्रु नाश।
कन्या : ढैया पनौती समाप्त, अतः धन लाभ। सम्मान (पुरस्कार प्राप्ति)। संतान सुख।
तुला : पनौती (ढैया) आरंभ, अत: पुराना रोग उभर सकता है। यश बढ़ेगा, किंतु धन हानि।
वृश्चिक : मनोवांछित लाभ, धन प्राप्ति संतान का सुख। स्वास्थ्य अच्छा
धनु : उतरती साढ़ेसाती का शुरुआती डेढ़ वर्ष, पारिवारिक कलह, मतभेद। बाद में ठीक समय।
मकर : शनि स्वराशि में अतः कष्ट नहीं देगा, किंतु मानसिक तनाव रहेगा। पदवृद्धि।
कुंभ : साढ़े साती आरंभ किंतु आर्थिक लाभ होगा। यश मिलेगा। विदेश यात्रा होगी।
मीन : धन लाभ। संतान से सुख। यात्रा से लाभ। यश बढ़ेगा।