लाइव हिंदी खबर :- ज्योतिषशास्त्र की गणना के अनुसार शनि साल 2021 में अपनी स्थिति बदलने जा रहे हैं। जिसके अनुसार साल की शुरुआत में शनि देव धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। जिससे कुछ राशि वालों की शनि की ढैय्या और साढ़ेसाती समाप्त होगी और कुछ राशि वालों की साढ़ेसाती और ढैय्या शुरु होगी।
मिथुन और तुला राशि वालों की ढैय्या शुरु होने जा रही है। शनि की साढ़ेसाती कौन सी राशियों में रहेगी और किन राशियों से इसका प्रभाव खत्म होगा आइए जानते हैं….
मिथुन राशि:
शनि के गोचर आपके अष्टम भाव में होगा, जो कि रोग और मृत्यु का भाव होता है। यह परिवर्तन आपके लिये परेशानियों को बढ़ाने वाला होगा। इस परिवर्तन के साथ ही आपके ऊपर शनि की ढैय्या भी शुरु हो जायेगी। इस ढैय्या का असर आपके पारिवारिक लड़ाई-झगड़े का कारण बनेगी।
आपकी वाणी इस समय उग्र हो सकती है, इसलिये इस समय अपनी वाणी पर पूर्ण संयम रखें। कार्यस्थल पर ढैय्या के प्रभाव से अधिकारियों से मतभेद हो सकते हैं। इस समय बहुत ही संभलकर रहें। शनि के उपाय करना शुरु कर दें जो कि शनि की ढैय्या के प्रभाव को खत्म कर दे।
तुला राशि:
तुला राशि के लिये यह गोचर चौथे भाव में होगा। चौथा भाव माता और सुख का भाव माना जाता है। आपके ऊपर से शनि की ढैय्या शुरु हो जायेगी। इस दौरान आपको अपनी माता का बहुत ध्यान रखने की आवश्यकता थी। भूमी, भवन और वाहन सुख प्राप्त होगा। लेकिन कार्यक्षेत्र में बहुत सी परेशानियों का सामना करना होगा। वहीं आपके सावास्थ्य पर भी भारी असर पड़ेगा।