लाइव हिंदी खबर :-फाल्गुन मास का महीना हिन्दू पंचांग का अंतिम महीना होता है। इस महीने को आनंद और उल्लास का महीना भी माना जाता है। माना जाता है कि फाल्गुन मास के आगमन के साथ गर्मी की शुरुआत होती है और सर्दी कम होने लगती है।
कहा जाता है कि बसंत का प्रभाव होने के कारण इस महीने में रिश्तों में मधुरता आती है और पूरा वातावरण मनमोहक रहता है। इस महीने में दो सबसे बड़े त्योहार, महाशिवरात्रि और होली मनाए जाते हैं। इस महीने में सुबह जल्दी स्नान करना भी शुभ माना गया है।
कहा जाता है कि फाल्गुन महीने में ही चंद्रमा का जन्म हुआ था। माना जाता है कि इस महीने में चंद्रमा की जल अर्पण करके पूजा करने से विशेष कृपा प्राप्त होती है। मान्यता है कि चंद्रमा को जल अर्पण करने से चंचल मन शांत हो जाता है।
फाल्गुन में करें ये महाउपाय
फाल्गुन महीने में सूर्योदय होने से पहले उठें और स्नान के जल में गुलाबजल मिलाकर स्नान करें। इसके बाद पूजन स्थल के पास एक दीया जलाएं और गायत्री मंत्र का तीन माला जाप करें। ये प्रक्रिया फाल्गुन मास में हर दिन करें। माना जाता है कि इस महाउपाय को करने से जीवन में सदैव खुशियां बरकरार रहती है।
भगवान कृष्ण की करें विशेष पूजा
फाल्गुन मास में भगवान कृष्ण की विशेष पूजा की जाती है। माना जाता है कि इस महीने भगवान कृष्ण को पीले रंग के फूल अर्पण करने से निसंतानों को संतान की प्राप्ति होती है। ज्ञान और वैराग्य की प्राप्ति के लिए गुरु कृष्ण की पूजा अत्यंत लाभकारी माना जाता है।
फाल्गुन मास में जरूर करें ये काम
रात्रि में जल्दी सोने और सुबह जल्दी उठने की आदत डालें। कुलगुरु, देवी-देवता की उपासना करें।
पूरे महीने भगवान श्रीकृष्ण को नियमित रूप से शुद्ध अबीर गुलाल के साथ-साथ पीले फल अर्पण करें
ऐसा करने से गुस्से या चिड़चिड़ाहट की समस्या से निजात मिल जाता है।
स्नान के जल में सुगंधित केवड़ा मिलाकर स्नान करें। ऐसा करने से मानसिक अवसाद की शिकायत दूर हो जाती है।
पूरे महीने भगवान शिव को पंचामृत के साथ-साथ सफेद चंदन अर्पित करें और मन ही मन ऊँ नमः शिवाय का जाप करें। ऐसा करने से आप स्वस्थ रहेंगे।
फाल्गुन मास में मां लक्ष्मी को शुद्ध गुलाब का इत्र या लाल गुलाब के 5 या 11 फूल अर्पण करें। माना जाता है कि ऐसा करने से घर में लक्ष्मी वास रहता है।