लाइव हिंदी खबर :-अगर आप भगवान के सच्चे भक्त हैं और चाहते हैं कि प्रभु कभी आपके सामने आएं और आपको स्वयं आकर आशीर्वाद दें, तो उसके लिए आपको पूरी श्रृद्धा से तंत्र शास्त्र के अनुसार कुछ उपाय कर लें, आपके ईष्टदेव आपको जरुर ही दर्शन देंगे।
अगर कोई भक्त सच्चे मन से तंत्र शास्त्र के अनुसार बताई गई विद्या के अंतर्गत सही तरह से विधियों का पालन करता है और यदि भक्ति में पर्याप्त श्रद्धा होती है तो निश्चित ही हनुमान जी के दर्शन उसे सपने में मिल सकते हैं। आइए बताते हैं तंत्र शास्त्र के तरीके जिससे हनुमान जी के दर्शन हो सकें। ये उपाय आप किसी भी मंगलवार को शुरु कर सकते हैं। मंगलवार भगवान हनुमानजी का दिन माना जाता है। इस दिन हनुमानजी के भक्त उनकी पूर्ण श्रृद्धा से पूजा करते हैं। मंगलवार के अलावा आप हनुमान जयंती के दिन भी यह उपाय कर सकते हैं। यह दिन सर्वश्रेष्ठ माना गया है। इस प्रकार करें उपाय
मंगलवार के दिन से शुरु करें ये उपाय
मंगलवार के दिन सुबह उठकर नित्य कर्म से निवृत्त होकर साफ वस्त्र धारण करें। अब एक लोटा जल लेकर हनुमानजी के मंदिर में जाएं और उस जल से हनुमानजी की मूर्ति को स्नान कराएं। मंगलवार को यह कार्य करने के बाद अगले दिन से हर दिन, इस उपाय के अनुसार पहले दिन आपको एक दाना साबूत उड़द दाल का हनुमानजी की मूर्ति के सिर पर रखकर ग्यारह बार परिक्रमा करें।
इस परिक्रमा के दौरान अपने मन में उस मनोकामना का भी ध्यान करें जिसकी पूर्ति आप हनुमानजी से चाहते हैं। परिक्रमा पूर्ण होने पर हनुमानजी की मूर्ति के सामने अपनी मनोकामना बोले, फिर वह उड़द का दाना लेकर घर लौट आएं और उसे अलग रख दें।
41 दिन तक करें उपाय
अब दूसरे दिन भी यही कार्य दोहराना है, लेकिन उड़द का दाना दिनों के हिसाब से एक-एक करके बढ़ाते रहना है। उदाहरण के लिए यदि पहले दिन एक दाना इस्तेमाल किया था तो दूसरे दिन दो दाने होने चाहिए। इसी तरह से 41वें दिन 41 उड़द के दाने प्रयोग करके परिक्रमा करें और मनोकामना कहें। अब 41वें दिन के बाद एक-एक दाना कम करना है।
अगर 41वें दिन 41 दाने थे तो, 42वें दिन ये 40 होने चाहिए। इसी तरह से 43वें दिन 39 दाने हों। ऐसा करते हुए 81वें दिन उड़द का एक दाना होना चाहिए। तंत्र शास्त्र के अनुसार यदि इन सभी 81 दिनों में भक्त ने पूरे भक्ति भाव से हनुमानजी की परिक्रमा की होगी, तो उपाय के 81वें दिन की रात को हनुमानजी जरूर स्वप्न में दर्शन देते हैं।