लाइव हिंदी खबर :- प्रवर्तन निदेशालय ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया और उसके सहयोगी संगठन सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) की 8 अचल संपत्तियां जब्त की हैं, जिनकी कुल कीमत 67.03 करोड़ रुपये बताई गई है। यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग निरोधक अधिनियम के तहत की गई है।

ईडी की जांच में सामने आया कि PFI और SDPI ने बैंकिंग चैनलों, हवाला नेटवर्क और चंदे के जरिए अवैध रूप से फंड जुटाए, जिनका इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों और देश विरोधी अभियानों में किया जा रहा था। एजेंसी ने बताया कि इन संगठनों के फंड का उपयोग प्रशिक्षण शिविरों, दंगा भड़काने और कट्टरपंथी गतिविधियों को फैलाने में किया गया।
अब तक PFI के 28 शीर्ष नेताओं को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनके खिलाफ राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय पदाधिकारियों के विरुद्ध भी आधिकारिक शिकायतें दर्ज की गई हैं। जांच में यह भी सामने आया कि संगठन के पास गुप्त बैंक खाते और विदेशी फंडिंग चैनल मौजूद थे, जिनका इस्तेमाल भारत-विरोधी गतिविधियों को समर्थन देने के लिए किया गया।
ईडी ने कहा है कि यह कार्रवाई PFI नेटवर्क को खत्म करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। एजेंसी ने यह भी स्पष्ट किया कि जांच अब भी जारी है और आगे और भी संपत्तियां जब्त की जा सकती हैं।
सरकार पहले ही PFI और SDPI को गैरकानूनी संगठन घोषित कर चुकी है। केंद्र का मानना है कि ये संगठन देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा पैदा करते हैं। इस मामले में अब कई और संदिग्ध खातों और व्यक्तियों की भूमिका की जांच की जा रही है।