लाइव हिंदी खबर :- उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि उनका देश अपनी सुरक्षा की गारंटी केवल परमाणु हथियारों के जरिए ही करेगा। उन्होंने इसे उत्तर कोरिया की अपर्वतनीय और स्थायी नीति बताया है। राज्य मीडिया के अनुसार शुक्रवार को किम जोंग उन ने परमाणु वैज्ञानिक और तकनीकियों से मुलाकात की और परमाणु सामग्री व हथियार उत्पादन का उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।

इस दौरान उन्होंने ने कहा कि परमाणु हथियार क्षमता को आगे बढ़ाने की तैयारी करना देश का सबसे जरूरी और शीर्ष प्राथमिकता वाला काम है। किम ने कहा कि शांति बनाए रखने और सुरक्षा नीति सुनिश्चित करने की असली ताकत परमाणु शक्ति है। यही डीपीआरके उत्तर कोरिया की अडिग नीति है। उन्होंने देश की संप्रभुता बचाने के लिए परमाणु ढाल और तलवार को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
KCNA रिपोर्ट के मुताबिक किम ने दावा किया कि देश की परमाणु क्षमता को और आगे बढ़ाने की दिशा में आए प्रगति हुई है। हालांकि उन्होंने जिन दो महत्वपूर्ण कार्यों का जिक्र किया। उनकी जानकारी साझा नहीं की गई है। बैठे में वरिष्ठ पार्टी अधिकारी होंग सुंग-मू भी मौजूद थे। जिन्हें उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम का प्रमुख रणनीतिकार माना जाता है। यह बयान ऐसे समय आया है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का प्रशासन उत्तर कोरिया के पूर्ण परमाणु निरस्तीकरण के संकल्प को दोहराया है।
हालांकि किम ने हाल ही में संसद में कहा कि यदि अमेरिका परमाणु निरस्तीकरण की शर्त छोड़ देता है, तो उत्तर कोरिया बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन उन्होने साफ कर दिया कि देश अपने परमाणु हथियार कभी नहीं छोड़ेगा। दक्षिण कोरिया के मंत्री के मुताबिक उत्तर कोरिया के पास फिलहाल 2000 किलोग्राम का तक उच्च संवर्धित यूरेनियम होने का अनुमान है और वह चार अलग-अलग ठिकानों पर सेंट्रीफ्यूज चलाकर परमाणु सामग्री तैयार कर रहा है।