लाइव हिंदी खबर :- एग्जिमा एक प्रकार का त्वचा का रोग है जिसमें बार खुजली होती हैं और त्वचा पर लाल डेन उभर आते हैं। यह एलर्जी का ही एक रूप हैं जिसमें तेज जलन व खुजली होती हैं। यह दो प्रकार का हो सकता हैं एक सूखा और दूसरा गीला यानी इसमें त्वचा पर निकले दानों के साथ उनमें से अपशिष्ट पानी निकलता हैं। इसके होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे पुराने जूट, चप्पल या मौजे पहनना, टाइट घड़ी या बैल्ट बांधना इसके अलावा तेज मिर्चमसाले युक्त आहार लेना, किसी ऐसी चीज का सेवन करना जो त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती हो आदि।
इसमें त्वचा लाल और पपड़ी युक्त हो जाती हैं। त्वचा पर छाले पड़ने लगे जाते हैं जिनमें मवाद या पानीभर जाता हैं जो तेज दर्द के साथ खुजली और जलन को उत्पन्न कर सकते हैं। लेकिन इससे बचने के लिए आयुर्वेद में बताएं कुछ घरेलू उपाय किए जा सकते हैं, तो आइए जानते हैं।
1. एग्जिमा रोग होने पर एक जग पानी में नीम की पत्तियों को उबालें और पत्तियों को छानकर अलग कर लें। इसके एक बाल्टी साफ पानी में इस पानी को मिलाएं और स्नान करें। इससे एक्जिमा से जल्द ही छुटकारा मिलता हैं। नीम त्वचा के समस्त रोगों को कुछ ही दिनों में दूर कर देता हैं।
2. एग्जिमा रोग होने पर प्रतिदिन ताजा एलोवेरा का जूस पीना चाहिए। इससे सभी प्रकार के त्वचा के रोग दूर होते हैं। एलोवेरा चर्म रोगों के लिए एक रामबाण औषधि हैं
3. प्रतिदिन सुबह तीन से चार तुलसी के पत्तों को पीसकर पानी साथ मिलाकर पिएं। इससे एग्जिमा रोग दूर होगा। तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण पाए जाते हैं जो त्वचा को कोमल और चमकदार बनाते है।
4. प्रतिदिन आंवला जूस खाली पेट पीने से खून साफ होता हैं। आंवला में पाएं जाने वाले तत्व खून की अशुद्धि को दूर करते हैं और हीमोग्लोबिन को बढ़ाते हैं। इससे एग्जिमा रोग जल्द ही दूर होता हैं।
5. इसके अलावा प्रतिदिन 10 से 15 नीम की ताजा लाल पत्तियों को चबाने से भी रक्त की अशुद्धियां दूर होती हैं और चर्म रोगों जैसे खाज-खुजली, एग्जिमा आदि से शीघ्र ही छुटकारा मिलता हैं।