लाइव हिंदी खबर :-करवा चौथ पर महिलाएं सज-संवरकर और व्रत रखते हुए इस दिन को सफल बनाती है। महिलाएं इस दिन अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती है और 16 श्रृंगार भी वे करती हैं। तो आइए जानते हैं महिलाओं के इन 16 श्रृंगार के बारे में …
सोलह श्रृंगार …
सिंदूर …
माथे पर सजने वाला सिंदूर महिला के विवाहित होने के बारे में बताता है। जहां एक और महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए करवा चौथ का व्रत रखती है, तो वहीं सिंदूर भी महिला के पति की लंबी उम्र का प्रतीक माना जाता है।
मांग …
आमतौर पर इसे एक गहने के रूप में देखा जाता है। हालांकि आपको बता दें कि इसे सोलह बनाने में भी स्थान दिया गया है।
बिंदिया …
महिलाओं की सूरत को यह ख़ास और अलग बनाता है। इसका उपयोग न केवल विवाहित महिलाएं बल्कि कुंवारी कन्याएं भी करती हैं।
काजल…
काजल आँखों की सुंदरता को बढ़ाने का काम करता है। साथ ही यह बुरी नज़र से भी महिलाओं को बचानेकर रखता है।
नथनी …
नाक में धारण की जाने वाली नाथ या नथनी को भी सोलह श्रृंगार में गिना जाता है।
कर्णफूल …
कानों में पहने जाने वाले गहने को कर्णफूल या ईयर रिंग भी कहते हैं। सोलह बढ़ाने में इसे भी जगह दी गई है।
मंगलसूत्र …
मंगलसूत्र का सभी श्रृंगार में बहुत अधिक महत्व है। विवाहित महिलाओं के गले में सदा मंगलसूत्र होता है। यह विवाहित महिला की निशानी में से एक है।
मेहंदी …
मेहंदी महिलाएं हर व्रत और त्यौहार के दौरान लगाती है। महिलाओं में इसे लेकर काफी उत्साह देखने को मिलता है।
कंगन या चूड़ी …
हाथों में पहनी जाने वाली चूड़ी या कंगन को भी सोलह श्रृंगार में स्थान दिया गया है।
बिछिया …
इसे पैरों में धारण किया जाता है। विवाहित महिलाओं को यह ख़ास तौर से पहनती है। बता दें कि बिछिया को पैर के बीच की 3 उंगलियों में स्थान दिया जाता है।
पायल …
यह शब्द आभूषणों से हर महिला की भावना जुड़ी हुई होती है। न केवल विवाहित महिलांए बल्कि कुंवारी कन्याएं भी पायल धारण करती हैं।
कमरबंद या तगड़ी …
कमर में पहने जाने वाली गहने को कमरबंद या तगड़ी भी कहा जाता है।
अंगूठी …
अंगूठी को हाथों की अंग में धारण किया जाता है। यह काफी महत्वपूर्ण बदलाव में से एक माना गया है।
बाजूबंद …
यह भी आम तौर पर महज एक आभूषण के रूप में ही देखा जाता है, हालांकि इसे भी महिलाओं के सोलह बनाने में स्थान मिला है।
गजरा …
फूलों से गजरा का निर्माण होता है। इसे सुहागन महिलाओं के अपने बालों में स्थान देती है।
मुख्य सौंदर्य
आज के समय में इसे बनाने कहा जाता है। यह महिलाओं की सुंदरता को बढ़ाने का काम करता है।