लाइव हिंदी खबर :- सोते हुए सपने देखना आम बात है। कहा जाता है कि व्यक्ति जो दिन भर में सोचता है वही उसे सपने में दिखाई देता है। लेकिन कई बार कुछ सपने ऐसे आ जाते हैं जो हमें परेशान कर देते हैं। कुछ सपने ऐसे भी होते हैं जो दिल को सुकून पहुंचाते हैं।
स्वप्न शास्त्र के अनुसार, सपना देखना एक स्वभाविक प्रक्रिया है। लेकिन सबसे महत्वपूर्ण है कि कौन सा सपना किस समय आता है, क्योंकि कुछ समय ऐसे भी होते हैं, जिसमें सपना आना उसके पूर्ण होने का संकेत है।
ऐसे में ये जानना बेहद जरूरी है कि किस वक्त में देखा गया सपना अपना होता है। बताया जाता है कि उस वक्त में देखा गया सपना सच होते हैं।
इस वक्त देखे गए सपने होते हैं सच!
स्वप्न शास्त्र के अनुसार, सुबह के 3 से 5 बजे के बीच देखे गए सपने ज्यादातर सच होते हैं क्योंकि इस वक्त को अमृत बेला, चंद्र बेला और ब्रह्म मुहूर्त के नाम से जाना जाता है। बताया जाता है कि इस वक्त में दैविय शक्तियों का भू-मंडल पर स्थित जीव-निर्जीव वस्तुओं पर प्रभाव रहता है।
बताया जाता है कि 3 से 5 बजे के बीच देखे गए सपनों का फल 6 महीने के अंदर मिलता है। स्वप्न शास्त्र के अनुसार, 3 बजे से 5 बजे के बीच देखे गए सपने सच होते हैं। अगर इस वक्त में अच्छे सपने आए तो उसे शुभ संकेत माना जाता है।
यदि इस वक्त में किसी तरह के बुरे सपने आए तो उसे अशुभ संकेत माना जाता है। इस तरह के सपने का आपके जीवन पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। ऐसे में इन्हें दूर करने के लिए सबसे पहले आपको शिवालय जाना चाहिए और भगवान शिव पर जल या दूध अर्पित करते हुए भगवान शिव से प्रार्थना करें कि जो भी सपना देखा है वह कभी पूर्ण न हो।
इस वक्त देखे गए सपने का कोई अर्थ नहीं होता!
स्वप्न शास्त्र के अनुसार, रात्रि के 10 बजे से 12 बजे के बीच देखे गए सपनों का कोई मतलब नहीं होता है। बताया जाता है कि इस वक्त देखे गए सपने सच हो भी सकते हैं और नहीं भी।
इस वक्त देखे गए सपने 3 साल में पूर्ण होते हैं!
स्वप्न शास्त्र के अनुसार, रात 12 बजे से 1 बजे के बीच देखे गए सपनों का कोई न कोई अर्थ जरूर होता है। बताया जाता है कि इस वक्त में देखे गए सपनों का फल 3 साल में प्राप्त होता है। इसके अलावा 1 बजे से 2 बजे के बीच देखे गए सपने अक्सर सच होते हैं और इसके फल एक साल में प्राप्त होते हैं।