लाइव हिंदी खबर :- भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हाल ही में गिर नेशनल पार्क का दौरा किया, जो शानदार एशियाई शेरों और विविध वन्यजीवन के लिए प्रसिद्ध है। इस अवसर पर उन्होंने पार्क में रह रहे वन्यजीवों का अवलोकन किया और उनके संरक्षण के महत्व पर जोर दिया। राष्ट्रपति ने पार्क में प्राकृतिक सौंदर्य और पारिस्थितिकी तंत्र के महत्व की चर्चा करते हुए कहा कि ऐसे संरक्षित क्षेत्र न केवल जैवविविधता के लिए आवश्यक हैं, बल्कि वे पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने में भी मदद करते हैं।

उन्होंने कहा कि वन्यजीवन और प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करना हर नागरिक की जिम्मेदारी है। इसके बाद राष्ट्रपति ने स्थानीय आदिवासी समुदाय के लोगों से बातचीत करते हुए उन्होंने आदिवासियों की प्रकृति-सम्मत जीवनशैली की प्रशंसा की और इसे सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत बताया। राष्ट्रपति ने कहा कि आदिवासी समुदाय की पारंपरिक रीति-रिवाज और पर्यावरण के साथ सामंजस्यपूर्ण जीवन हमें सिखाता है कि विकास के साथ-साथ अपनी सांस्कृतिक धरोहर और परंपराओं को बनाए रखना भी जरूरी है।

राष्ट्रपति मुर्मू ने इस अवसर पर ग्रामीण और आदिवासी विकास के लिए सरकार की नीतियों और पहलों पर भी चर्चा करते हुए कहा कि समग्र विकास तभी संभव है जब पर्यावरण और संस्कृति का सम्मान किया जाए। इस दौरे ने न केवल गिर नेशनल पार्क के संरक्षण और जैवविविधता के महत्व पर ध्यान आकर्षित किया, बल्कि आदिवासी जीवनशैली और उनकी परंपराओं की सराहना भी की। राष्ट्रपति के इस दौरे से यह संदेश गया कि विकास और प्रकृति-सम्मत जीवन एक-दूसरे के पूरक हो सकते हैं।