लाइव हिंदी खबर :- अक्सर हम सभी चायपत्ती का इस्तेमाल केवल चाय बनाने के लिए ही करते हैं इसके बाद बची हुई चाय को फेंक देते हैं। लेकिन चायपत्ती का इस्तेमाल केवल चाय बनाने तक ही सीमित नहीं होता इसके द्वारा कई प्रकार की शरीरिक समस्याओं का इलाज भी किया जा सकता हैं।
आपको जानकर यह आश्चर्य होगा कि चायपत्ती भी एक आयुर्वेदिक औषधि हैं जिसका इस्तेमाल कई प्रकार के रोगों को दूर करने के लिए किया जाता हैं। ताजा चायपत्ती और चाय बनाने के बाद बची हुई चायपत्ती दोनों ही हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद साबित होती हैं। यह त्वचा और बालों को भरपूर पोषण देती हैं, तो आइए जानते हैं चायपत्ती के फायदे।
1. आंखों में दर्द या सूजन होने पर चाय बनाने के बाद बची हुई चायपत्ती को कुछ देर के लिए आंखों पर लगाएं। चाय में कैफीन होता हैं जो दर्द और सूजन दोनो को दूर करता हैं।
2. आंखों के नीचे डार्क सर्कल को दूर करने के लिए क चम्मच ताजा चायपत्ती को पानी में भिगोकर पीसकर लेप की तरह डार्क सर्कल्स पर लगाएं और सूखने दें। ऐसा कुछ दिनों तक करने पर डार्क सर्कल्स शीघ्र ही दूर होंगे।
3. सफेद बालों की समस्या से छुटकारा पाने के लिए मेहंदी में ताजा चायपत्ती का उबला पानी मिलाएं और बालों में लगाएं। इससे बाल शीघ्र ही नेचुरल तरीके से काले व घने होंगे।
4. त्वचा के जलने पर चाय बनाने के बाद बची हुई चायपत्ती को ठंडा करके त्वचा पर लगाने से जलन कम होती हैं और त्वचा पर छाले नहीं पड़ते हैं।
5. चायपत्ती में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो त्वचा के लिए काफी फायदेमंद साबित होते हैं। एक चम्मच चायपत्ती को एक गिलास पानी में मिलाकर कुछ देर के लिए रख दें और पानी छान कर चेहरा व हाथ धोएं। इससे चेहरे की खूबसूरती बढ़ती हैं और त्वचा का निखार बढ़ता हैं साथ कील-मुहांसो से भी जल्द ही छुटकारा मिलता हैं।
6. सिर में दर्द होने पर एक चम्मच चायपत्ती को पानी के साथ ले अथवा चाय बनाकर पिएं इससे सिर दर्द में जल्द ही आराम मिलता हैं। चाय में पाया जाने वाला कैफीन दर्द को दूर करके आराम देता हैं।
7. चोट के कारण सूजन होने पर दो चम्मच चायपत्ती को पानी में उबालें और पानी गुनगना होने पर सूजन पर सिंकाई करें। इससे सूजन जल्द ही कम होगी और दर्द में आराम मिलेगा।