लाइव हिंदी खबर :- अप्रैल में अमेरिका और चीन के बीच तनाव चरण पर था, इस दौरान अमेरिका ने चीन पर 145 प्रतिशत तक टैरिफ लगा दिया था, जिसके जवाब में चीन ने भी 125 भेज दिए ट्रैफिक अमेरिका पर लगाया था। इसके बाद जिनेवा में हुई वार्ता के दौरान अमेरिका ने टैरिफ को 145 से घटकर 30% कर दिया और चीन ने इसे 125 से घटकर 10% कर दिया। आज भारत 50 प्रतिशत अमेरिकी टैरिफ का सामना कर रहा है।

इससे कई लोगों के मन में सवाल यह है कि भारत ने चीन जैसी प्रतिक्रिया अमेरिका को क्यों नहीं दी। क्या भारत के पास चीन की तरह जवाबी कार्यवाही करने का मौका था? अमेरिका ने भारत पर सबसे पहले 25 परसेंट टैरिफ लगाया उसके बाद रुस से तेल लेने की वजह से 25% और बढ़ा दिया। इस हिसाब से 50% टैरिफ अमेरिका ने भारत पर लगाया जो कि एशिया में सबसे ज्यादा किसी देश पर लगाया गया टैरिफ है।
जिसे अमेरिका ने विगत 27 अगस्त से लागू भी कर दिया है। हालांकि कहां जा रहा है कि रूसी तेल तो सिर्फ बहाना है क्योंकि चीन, तुर्की, ईयू भी रूस तेल खरीद रहे हैं। इस पर विशेषज्ञों का कहना है कि यदि भारत ऐसा करता तो उसे और ज्यादा नुकसान का सामना करना पडता।