लाइव हिंदी खबर :-छठ पर्व एक ऐसा पर्व है जिसमें व्रत और पूजा, दोनों को बेहद महत्व दिया जाता है। सूर्य की उपासना के साथ छठी मैया को प्रसन्न करने के लिए हर बात का ख्याल रखा जाता है। इस दौरान जो लोग व्रत करते हैं उन्हें तो व्रत संबंधी कठिन नियमों का पालन करना ही होता है, साथ ही घर-परिवार के अन्य सदस्यों को भी कई बातों का ध्यान रखना पड़ता है।
आइए जानते हैं छठ पर्व और इसकी पूजा से जुड़े कुछ विशेष नियम, ताकि इनका पालन कर श्रद्धालु छठी मैया की नाराजगी से बच सकें:
– छठ पर्व में नहाय खाय के बाद से घर में मांस, मदिरा का सेवन और ऐसी चेजेओं को घर में लाना भी अपशकुन माना जाता है
– घर का कोई भी सदस्य शराब या नशीले पदार्थों जैसे कि सिगरेट, बीढ़ी आदि का सेवन ना करे अन्यथा छठ की पूजा का फल कभी नहीं मिलेगा
– इस दौरान घर में केवल सात्विक भोजन ही बनाएं। लहसुन-प्याज का भी परहेज करें
– घर में जिस जगह पूजा का प्रसाद बने उस जगह स्वयं भोजन करने ना बैठें
– छठ पर्व के तीन दिनों तक पूर्ण ब्रह्मचर्य का पालन करें
– किसी के बारे में गलत सोच ना रखें, किसी पर भी करोड़ करने से बचें
– किसी की निंदा करने से बचें, गलत विचारों पर संयम रखें
– व्रत के तीन दिनों तक कोशिश करें कि रात में जमीन पर सोएं। बिस्तर का इस्तेमाल ना करें
– इन तीन दिनों साफ-सुथरे और संभव हो तो नए वस्त्र धारण करें
– सूर्य को अर्घ्य देते समय लोहे, स्टील या प्लास्टिक के पात्र का इस्तेमाल करना वर्जित है