लाइव हिंदी खबर :- जर्मनी ने रूस के साथ संभावित युद्ध की आशंका को देखते हुए व्यापक चिकित्सा तैयारी शुरू कर दी हैं, जर्मन अधिकारियों के अनुसार देश रोजाना लगभग 1000 घायल सैनिकों का इलाज करने की क्षमता विकसित करने की योजना पर तेजी से काम कर रहा है। इसके लिए जर्मनी न केवल सिविल अस्पतालों को तैयार कर रहा है, बल्कि अस्पताल बसों, मेडिकल ट्रेनों और हवाई सहायता का भी इस्तेमाल किया जाएगा।

इस आपातकालीन व्यवस्था के तहत जर्मनी लगभग 15000 बिस्तरों की सुविधा उपलब्ध कराने की योजना बना रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम नाटो की सामूहिक सुरक्षा रणनीति का हिस्सा है। जिसमें सदस्य देशों को संभावित संघर्ष स्थितियों से निपटने के लिए तैयार रहना होगा। जर्मनी यूरोप के प्रमुख देशों में से एक होने के नाते इस तरह की स्वास्थ्य सेवाओं और सैन्य सहायता को मजबूत करके अपनी भूमिका को और स्पष्ट कर रहा है।
जर्मन रक्षा मंत्रालय ने संकेत दिया है कि इस योजना का उद्देश्य युद्ध की स्थिति में घायलों को समय पर और प्रभावी उपचार उपलब्ध कराना है, ताकि उनकी जान बचाई जा सके और सैनिकों का मनोबल भी मजबूत किया जा सके।
जर्मनी की तैयारी दर्शाती है कि यूरोप में बढ़ते तनाव के बीच जर्मनी किसी भी आपातकालीन स्थिति के लिए खुद को व्यवस्थित और सक्षम बनाने में जुटा हुआ है। जर्मनी सिर्फ स्वास्थ्य ही नहीं युद्ध की स्थिति में समय से पूर्व सभी तैयारियां पूर्ण करने में जुटा हुआ है।