लाइव हिंदी खबर :- जर्मनी ने रूस पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन युद्ध खत्म करने के लिए किसी भी समझौते के मूड में नहीं हैं। बुधवार को संसद में जर्मनी के रक्षा मंत्री बोरिस पिस्टोरियस ने कहा कि रूस ने हाल ही में तैयार की गई नई शांति योजना पर कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं दी।

पिस्टोरियस ने कहा कि पुतिन के हालिया बयानों में शांति की कोई इच्छा नजर नहीं आती। उनके मुताबिक रूस ऐसा व्यवहार कर रहा है जिससे लगता है कि युद्ध लंबा चलेगा और हालात और ज्यादा बिगड़ सकते हैं। रक्षा मंत्री ने चेतावनी दी कि अगर हालात ऐसे ही रहे तो रूस 2029 तक किसी नाटो देश पर हमला करने की स्थिति में भी पहुंच सकता है। उन्होंने कहा कि रूस की मंशा को देखते हुए यूरोप को तैयार रहना होगा।
इसी वजह से जर्मनी ने अपना रक्षा बजट बढ़ाने का फैसला किया है। पिस्टोरियस ने बताया कि आने वाले वर्षों में जर्मनी सेना के आधुनिकीकरण पर अधिक खर्च करेगा। यूक्रेन को दी जा रही सैन्य सहायता भी बढ़ाई जाएगी और नाटो की सामूहिक सुरक्षा को मजबूत करने के लिए अतिरिक्त संसाधन लगाए जाएंगे।
जर्मनी पहले ही यूक्रेन को एयर डिफेंस सिस्टम, टैंकों और आर्टिलरी सहायता दे चुका है। अब यह मदद और बढ़ाई जाएगी ताकि यूक्रेन रूस के खिलाफ अपनी रक्षा मजबूत कर सके। पिस्टोरियस ने कहा कि अगर यूक्रेन कमजोर पड़ता है या युद्ध हार जाता है तो यह पूरे यूरोप की सुरक्षा के लिए खतरनाक होगा।
रूस की ओर से जर्मनी के ताजा आरोपों पर अभी कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। रूस का कहना रहा है कि वह अपने सुरक्षा हितों की रक्षा के लिए मजबूर होकर कदम उठा रहा है। यूरोप में बढ़ते तनाव के बीच जर्मनी का यह बयान बताता है कि आने वाले समय में यूरोपीय देशों की रणनीति और अधिक सख्त हो सकती है।