हेल्थ कार्नर :- अंडा प्रोटीन का आसानी से मिलने वाला और सबसे सस्ता स्त्रोत्र हैं। जो इंसानी शरीर के विकास के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है. प्रोटीन से हमारे शरीर और मसल्स को बढ़ने में मदद मिलती है. अगर कोई जिम जाकर सिर्फ एक्सरसाइज़ करता रहे और साथ में सही मात्रा में प्रोटीन ना ले तो उसकी मसल्स बनने की बजाय और कम हो जाएगी. इसीलिए आप भारत के किसी भी कोने में रहते हों, अंडा एक ऐसी चीज़ है जो आपको हर जगह आसानी से मिल जाएगा. इससे पकाना बड़ा ही आसान और सस्ता पड़ता है.
हम सभी ने कभी न कभी यह जरुर सुना है की अंडे का पिला वाला भाग नहीं खाना चाहिए तो अंडे के पीले हिस्से में ऐसा क्या होता है, जिसे लोग मना करते हैं या ऐसा जानकारी के अभाव के कारण है कुछ लोग तो गर्मियों में अंडा न खाने की भी नसीयत देते हैं. इन सब बातों के बारे में जानने के लिए सबसे पहले समझना होगा कि दोनों में यानी सफेद व पीले हिस्से में कौन-कौन से पोषक तत्व मौजूद होते हैं.
प्रोटीन की सबसे ज्यादा मात्रा अंडे के सफेद वाले हिस्से में ही होती है. एक अंडे से हमें 3-4 ग्राम प्रोटीन हासिल होता है. इससे एकदम शुद्द और सस्ता प्रोटीन हासिल होता है, जोकि शरीर के विकास में मदद करता है. अंडे के सफेद वाले हिस्सा में फैट जरा भी नहीं होता और ये वजन घटाने में काफी कारगर साबित होता है. यानी अगर आपको सिर्फ प्रोटीन ही चाहिए, तो अंडे का सफेद वाला हिस्सा ही खाएं. इससे आप को अंडे के सभी पोषक तत्व नहीं मिलेंगे.
लोगों को भ्रम होता है कि पीले वाला हिस्सा नुकसानदायक होता है लेकिन ऐसा पूरी तरह से सच नहीं है. पीले वाले हिस्से में करीब 13 फायदेमंद पोषक तत्व होते हैं. जो शरीर के विकास में योगदान देते हैं. पीले भाग में अच्छा कॉलेस्ट्रोल, विटामिन, आयरन जैसे पदार्थ होते हैं। पूरा अंडा खाने से नुकसान नहीं होता, अगर आप मसल्स बनाने पर भी ध्यान दे रहे हैं, तो 1-2 अंडों को पूरा खाएं (पीले भाग के साथ). अगर आप गर्मियों में अंडे खाते है तो उसका पिला भाग न खाएं.