लाइव हिंदी खबर :-हिंदू धर्म में नवरात्रि को बहुत ही अहम माना गया है। इस दौरान लोग नौ दिनों तक व्रत रखते हैं और देवी दुर्गा की उपासना करते हैं। साल में चार नवरात्र होते हैं, जिनमें से दो गुप्त नवरात्र होते हैं।
माना जाता है कि गुप्त नवरात्रि में विशेष तौर पर गुप्त सिद्धियां पाने का समय होता है। इनमें विशेष तरह की इच्छा पूर्ति और सिद्धि प्राप्त करने के लिए पूजा और अनुष्ठान किया जाता है।
मान्यता है कि गुप्त नवरात्र में मां दुर्गा, मां लक्ष्मी और मां सरस्वती की पूजा और साधना करने से अच्छा फल प्राप्त होता है। गुप्त नवरात्र में मां दुर्गा, मां लक्ष्मी और मां सरस्वती के आगे कलश स्थापना कर अखंड ज्योत जलाने और व्रत करने से हर मनोकामना पूरी होती है। माना जाता है कि गुप्त नवरात्रि में पूजा जितनी ज्यादा गोपनीय होती है, सफलता उतनी ज्यादा मिलती है।
ऐसे करें मां दुर्गा की उपासना
गुप्त नवरात्रि में देवी मां की पूजा के लिए सबसे पहले कलश स्थापान की जाती है और 9 दिनों तक विधि विधान से की जाती है। कुछ लोग कलश स्थापना नहीं भी करते हैं अगर कलश स्थापना की है तो सुबह-शाम मंत्र जाप करें या सप्तशती का पाठ करें। इसके अलावा दोनों वक्त आरती करें और मां को भोग लगाएं। ध्यान रखें कि देवी मां को आक, मदार, दूब और तुलसी भूलकर भी न चढ़ाएं। साथ ही पूरे 9 दिन तक आहार सात्विक ही रखें।