लाइव हिंदी खबर :- हिंदू धर्म में हर शुभ कार्य के पहले मुहूर्त देखा जाता है। व्यक्ति के जन्म से मृत्यु तक सभी कार्यों को शुभ मुहूर्त में ही किया जाता है। मुहूर्त का ज्योतिषशास्त्र में भी बहुत अधिक महत्व माना जाता है। क्योंकि ज्योतिषशास्त्र के अनुसार वयक्ति किस वार, तिथि और नक्षत्र में कार्य करता है इसका बहुत अधिक प्रभाव पड़ता है। छोटी-छोटी चीजों का करना भी मुहूर्त के हिसाब से किया जायें तो बहुत अच्छा हो सकता है।
ज्योतिषशास्त्र में माना गया है कि कर्ज लेने के लिये व्यक्ति को मुहूर्त जरुर देखना चाहिये। क्योंकि माना जाता है कि कुछ मुहूर्तों में लिया गया कर्ज कभी चुकता नहीं होता और दिया गया कर्ज कभी वापस नहीं मिलता है। ज्योतिष में हर वार, हर तिथि और हर नक्षत्र कार्यों के अनुकूल प्रतिकूल माने जाते हैं। तो आइए जानते हैं किस मुहूर्त में भूलकर भी कर्ज नहीं देना या लेना चाहिए…
1. इस वार का रखें ध्यान
कभी भी मंगलवार, शनिवार और रविवार के दिन कर्ज नहीं लेना चाहिये। इस दिन लिया कर्ज जल्दी से चुकता नहीं होता। अगर वार के दिन कर्ज ना देने की बात करें तो बुधवार के दिन कभी किसी को उधार ना दें, वरना आपका दिया हुआ उधार डूब सकता है।
2. इस लग्न में ना दें कर्ज
लग्न की बात करें तो ज्योतिषशास्त्र में सभी लग्नों को शुभ नहीं माना जाता है। इसलिये कभी भी चर लग्न में किसी को कर्ज नहीं देना चाहिये, वरना वापस नहीं मिलता। यदि आप इस लग्न में कर्ज लेते हैं तो आपका कर्ज जल्द ही उतर जायेगा, लेकिन देना अच्छा नहीं होता।
3. इस नक्षत्र में भूलकर भी ना लें कर्ज
कभी भी व्यक्ति को हस्त नक्षत्र में कर्ज नहीं लेना चाहिये, लेकिन अगर आप इस नक्षत्र में कर्ज चुकाते हैं तो वो आपके लिये समृद्धिदायक रहेगा। इसके साथ ही कर्ज लेने के लिये इन नक्षत्रों में भी कभी ना लें। जिनमें से मूल, आद्रा, ज्येष्ठा, विशाखा, कृतिका, ध्रुव संज्ञक नक्षत्र और रोहिणी आदि का ध्यान रखें।
4. सालभर में इस संक्रांति में ना लें कर्ज:
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार कभी भी सालभर में पड़ने वाली 12 संक्रांतियों में कर्ज नहीं लेना चहियें। संक्रांती में निया गया कर्ज कभी चुकता नहीं होता है, बल्कि बढ़ता है।
5. इस योग में लिया हुआ कर्ज
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, वृद्धि योग, द्विपुष्कर योग, त्रिपुष्कर योग में लिया गया कर्ज कभी नहीं खत्म होता। इसलिये इस योग में भूलकर भी कर्ज ना लें।