लाइव हिंदी खबर :- रविवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर घोषणा की है कि टैरिफ से मिली अरबों डॉलर की कमाई में से हर अमेरिकी नागरिक को दो हजार डॉलर (करीब 1.7 लाख रुपये) का डिविडेंड मिलेगा। उन्होंने कहा कि इससे देश की अर्थव्यवस्था को और मजबूती मिलेगी।

ट्रम्प ने अपने पोस्ट में टैरिफ के विरोधियों को मूर्ख बताया। उन्होंने लिखा कि जो लोग टैरिफ के खिलाफ बोलते हैं, वे मूर्ख हैं। हमारी सरकार ने अमेरिका को दुनिया का सबसे अमीर और सम्मानित देश बना दिया है। यहां महंगाई बेहद कम है और शेयर बाजार रिकॉर्ड स्तर पर है। हालांकि ट्रम्प ने यह स्पष्ट नहीं किया कि यह राशि किन नागरिकों को मिलेगी, या इसकी पात्रता क्या होगी।
यह पहला मौका नहीं है जब उन्होंने इस तरह का वादा किया है, अक्टूबर में भी उन्होंने एक हजार से दो हजार डॉलर की राहत देने की बात कही थी। वहीं अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने 5 नवंबर को ट्रम्प के कई टैरिफ को असंवैधानिक करार दिया। जस्टिस सोनिया सोतोमेयर ने कहा कि संविधान के अनुसार, टैक्स या टैरिफ लगाने की शक्ति संसद के पास है, न कि राष्ट्रपति के।
ट्रम्प ने चीन, कनाडा और मेक्सिको जैसे देशों पर इंटरनेशनल इमरजेंसी इकोनॉमिक पावर्स एक्ट (IEEPA) के तहत टैरिफ लगाए थे, यह कहते हुए कि व्यापार घाटा राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है। इस पर अमेरिकी ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेन्ट ने कहा कि फिलहाल सरकार का ध्यान कर्ज घटाने पर है, न कि कैश डिविडेंड देने पर।
उन्होंने संकेत दिया कि यह योजना शायद टैक्स रिबेट के रूप में लागू की जा सकती है। ट्रम्प ने दोहराया कि दूसरे देश हम पर टैरिफ लगाते हैं, तो हम क्यों नहीं? टैरिफ की वजह से ही व्यवसाय अमेरिका लौट रहे हैं। टैरिफ के बिना हमारे पास कुछ नहीं है।