लाइव हिंदी खबर :- बांग्लादेश की ढाका यूनिवर्सिटी (DU) में सोमवार को छात्रों ने पाकिस्तान और 1971 के रजाकारों के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने विश्वविद्यालय के विभिन्न हॉस्टलों और TSC गेट पर पाकिस्तान के झंडे जमीन पर बिछाकर उनका विरोध जताया। छात्र उन्हें रौंदते हुए नजर आए।

छात्रों ने झंडों पर बड़े अक्षरों में लिखा कि रजाकारों से कोई समझौता नहीं। उनका कहना था कि यह प्रदर्शन 1971 के मुक्ति संग्राम में शहीद हुए मुक्तिवाहिनी योद्धाओं को श्रद्धांजलि देने और पाकिस्तानी सेना व उनके स्थानीय सहयोगियों द्वारा किए गए अत्याचारों के खिलाफ संदेश देने के लिए किया गया है।
रजाकार 1971 के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के दौरान पाकिस्तानी सेना के स्थानीय सहयोगी थे। तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान में वे उन समूहों का हिस्सा थे जो पाकिस्तान का समर्थन करते थे और स्वतंत्रता की मांग करने वाले बंगालियों के खिलाफ काम करते थे।
रजाकारों पर नरसंहार, अपहरण, आगजनी और स्वतंत्रता सेनानियों की पहचान बताने जैसे गंभीर आरोप लगे थे। कई रजाकार अल-बद्र और अल-शम्स जैसे मिलिशिया समूहों से जुड़े थे, जिन्होंने पाकिस्तानी सेना के साथ मिलकर बड़े पैमाने पर हिंसा को अंजाम दिया था। ढाका यूनिवर्सिटी के छात्रों का कहना है कि वे किसी भी तरह के समझौते या नरमी के खिलाफ हैं और इतिहास को सही रूप में याद रखना बेहद जरूरी है।