लाइव हिंदी खबर :- ताजिकिस्तान के खतलोन प्रांत में 26 नवंबर को एक सोने की खदान पर ड्रोन हमले में 3 चीनी इंजीनियर मारे गए। यह ड्रोन reportedly अफगानिस्तान की दिशा से आया था, जिसके बाद हमले के पीछे किसका हाथ है| इस पर कई सवाल खड़े हो गए हैं।

ताजिकिस्तान का दावा
ताजिक अधिकारियों ने कहा—
- ड्रोन अफगानिस्तान से उड़कर आया।
- हमले को अफगानिस्तान के क्रिमिनल नेटवर्क ने अंजाम दिया।
- ताजिकिस्तान ने अफगान तालिबान सरकार से इस घटना पर कार्रवाई की मांग भी की है।
तालिबान ने किया इनकार
अफगानिस्तान में सत्ता पर काबिज तालिबान ने कहा—
- इस हमले में उनका कोई रोल नहीं है।
- हमला ऐसे समूह ने किया है, जिसकी गतिविधियाँ पाकिस्तान में अराजकता फैलाने से जुड़ी रही हैं।
- तालिबान ने ताजिकिस्तान से कहा कि वह इस घटना को उनके साथ न जोड़े।
फिर सवाल— हमला किसने किया?
अब तक यह साफ नहीं है कि:
- ये क्रिमिनल नेटवर्क कौन हैं?
- क्या ये पाकिस्तान में सक्रिय आतंकी गुट हैं?
- या अफगानिस्तान की सीमा के पास मौजूद कोई स्वतंत्र मिलिशिया?
इस समय तीनों देशों, ताजिकिस्तान, अफगानिस्तान और चीन की एजेंसियाँ जांच कर रही हैं, लेकिन हमलावर की पहचान अभी तक पक्के तौर पर सामने नहीं आई है। यह घटना अफगान सीमा से लगे मध्य एशियाई देशों में सुरक्षा स्थिति को लेकर एक बड़ी चिंता पैदा करती है।