लाइव हिंदी खबर :-हिन्दू धर्म के अनुसार सप्ताह के प्रत्येक दिन की अपनी महत्ता होती है। इसदिन शास्त्रों में दर्ज कुछ विशेष कार्यों को करने से मन मुताबिक फल की प्राप्ति होती है। हिन्दू शास्त्रों में कई सारे टोटके उल्लिखित हैं। ये टोटके मनुष्य जीवन के सुधार के लिए हैं। हर दिन, समय के अनुसार यहां टोटके दर्ज हैं। चलिए आज आपको बताते हैं कि रविवार के दिन किन टोटकों को करना आपकी इच्छाओं की पूर्ति कर सकता है।
रविवार का दिन भगवान सूर्य का दिन माना जाता है। इसदिन लोग भगवान सूर्य की पूजा से लेकर उन्हें प्रसन्न करने के लिए व्रत भी करते हैं। किन्तु व्रत-पूजन के अलावा कुछ सरल टोटकों के माध्यम से भी उन्हें खुश किया जा सकता है। ये टोटके रविवार की सुबह, शाम या रात को भी किए जा सकते हैं। इन्हें करने से धन, भाग्य मिलता है।
धन प्राप्ति के लिए
यदि धन संबंधी कुछ दिक्कतें चल रही हैं या आपआकस्मिक धन प्राप्ति चाहते हैं तो रविवार की रात को सोते समय एक गिलास दूध भरकर अपने सिरहाने रख लें। अगले दिन यानी सोमवार को सूर्य उदय से पहले उठें और स्नान करने के बाद यह दूध बबूल के पेड़ की जड़ में अर्पित कर लें। यह उपाय लगातार 11 रविवार करने, धन प्राप्ति के मार्ग खुल जाएंगे।
सफलता पाने के लिए
मेहनत कर रहे हैं लेकिन फिर भी सफलता हाथ नहीं लग रही है तो रविवार के दिन किसी भी समय काले कुत्ते या गाय को रोटी और चिड़िया को डालने डालें। लगाताक्र कुछ रविवार तक ऐसा करते रहें, आपके जीवन की सभी रुकावटें दूर होंगी और आपको सफलता की प्राप्ति होगी। ध्यान रहे कि कुत्ते या गाय को डाली गई रोटी जूठी ना हो और अलग से सही आते से बनाय्यी गई हो। तभी फल की प्राप्ति होगी।
यह दान करें
रविवार के दिन काली वस्तुओं का दान करें, यह शुभ माना जाता है। उड़द की दाल, काला कपड़ा, काले चने, काले तिल आदि दान करें।
नौकरी में उन्नति के लिए
नौकरी में अड़चन है या व्यापार में मंदी चल रही है तो रविवार को दिन छिपने से कुछ समय पहले पीपल के पेड़ के नीचे चौमुखा दीपक जलाकर आएं। ऐसा करने से नौकरी संबंधी रूकावटे ख़त्म होंगी, नए अवसर प्राप्त होंगे और व्यापार में भी तेजी आएगी।
सूर्य को जल चढ़ाएं
उपरोक्त बताए गले शास्त्रीय उपायों एवं टोटकों के अलावा हर रविवार के काम करना ना भूलें। भगवान सूर्य को प्रसन्न करने के लिए प्रति रविवार सुबह समय से उठ जाएं और उन्हें जल अर्पण करें। इस जल में गुलाब के फूल हो तो और भी अच्छा है। जल अर्पित करते समय सूर्य मंत्र का जाप भी करें।