कछुआ
नए साल आने से पहले आप अपने घर में एक धातु का कछुआ जरूर लाएं और उसे उत्तर दिशा में रख दें। ऐसा करने से 2022 आपका साल साबित होगा।
पिरामिड
नए साल आने से पहले आप अपने घर में कई तरह के पिरामिड जरूर लाएं। पिरामिड की आकृति उत्तर-दक्षिण अक्ष पर रहने की वजह से ये ब्रह्मांड में व्याप्त ज्ञात व अज्ञात शक्तियों को स्वयं में समाहित कर अपने अंदर एक ऊर्जायुक्त वातावरण तैयार करने में सक्षम होती है।
तोते का चित्र या मूर्ति
वास्तु शास्त्र के अनुसार, उत्तर दिशा में तोते की तस्वीर को लगाने से पढ़ाई में बच्चों की रुचि बढ़ती है। साथ ही स्मरण क्षमता में भी इजाफा होता है। माना जाता है कि तोता सौभाग्य का प्रतीक होता है। फेंगशुई के अनुसार, तोता 5 तत्वों का संतुलन स्थापित करने में मददगार साबित होता है।
मोरपंख
जानकारों के अनुसार, मोरपंख अत्यंत शुभ और चमत्कारिक होता है। यही कारण है कि इसे भाग्यवर्धक माना जाता है। कहा जाता है कि मोरपंख भाग्य के मार्ग की सारी रुकावटें भी दूर कर देता है। ध्यान रखें कि घर में 1 से 3 ही मोरपंख रखें, मोरपंख का गुच्छा नहीं।
गोमती चक्र
गोमती चक्र बहुत ही चमत्कारिक पत्थर होता है। गोमती नदी में मिलने के कारण इसे गोमती चक्र कहते हैं। माना जाता है कि घर में गोमती चक्र रखने से किसी भी प्रकार की शत्रु बाधा नहीं रहती है। कहा जाता है कि 11 गोमती चक्र पीले वस्त्रों में लपेटकर तिजोरी में रखने से बरकत बनी रहती है।
लघु नारियल
एकाक्षी नारियल को साक्षात लक्ष्मी का रूप माना जाता है। कहा जाता है कि इसे घर में रखने से धन लाभ होता है। साथ ही कई प्रकार की समस्याएं खुद ही घर से दूर हो जाती हैं। इसके अलावा, लाल कपड़े में कुछ लघु नारियलों को लपेटकर तिजोरी में रखने से धन तथा समृद्धि बरकरार रहती है।
चांदी का हाथी
ज्योतिष के अनुसार, घर में ठोस चांदी का हाथी रखने से राहु तथा केतु का बुरा प्रभाव नहीं रहता है। इसके अलावा व्यापार और नौकरी में उन्नति होती रहती है।
मोती शंख
मोती शंख की विधि-विधान से पूजन कर यदि तिजोरी में रखा जाए तो घर कार्यस्थल, व्यापार स्थल और भंडार में पैसा टिकने लगता है और आमदनी बढ़ने लगती है।
कमलगटे की माला
कमलगटे की माला घर में अवश्य रखना चाहिए। माना जाता है कि कमलगटे की माला से धन प्राप्ति के मार्ग खुल जाते हैं। कहा जाता है कि कमलगटे लक्ष्मी जी को प्रिय है। इस माला को फेरते हुए अपने इष्टदेव का 108 बार नाम जपा जए तो घर और मन में सकारात्मक वातावरण का संचार होता है।
स्वास्तिक
पुराणों में स्वास्तिक को लक्ष्मी और गणपति का प्रतीक माना गया है। स्वास्तिक संस्कृत के ‘सु’ और ‘अस्ति’ से मिलकर बना हुआ है, जिसका अर्थ होता है, ‘शुभ’। माना जाता है कि घर में स्वास्तिक रखने से परिवार, धन, स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं खत्म हो जाती है।