लाइव हिंदी खबर :- धार्मिक स्थलों मंदिर-मस्जिद और चर्च में हफ्तेवार राष्ट्रगान बजाने की पंडित धर्मेंद्र कृष्ण शास्त्री की पेशकश पर पुरनिया सांसद पप्पू यादव ने कड़ा विरोध जताया है| यादव ने शास्त्री के बयान को गैर-समझदारी और अनुचित करार देते हुए उसकी कड़ी निंदा का विषय बताया है। उनका कहना था कि ऐसे बयानों से धार्मिक और सामाजिक सरोकारों में उलझन बढ़ती है|

यादव ने अपने बयान में कहा कि धर्म और आस्था के मामलों को लेकर प्रचार नहीं करना चाहिए।
राजनीति के पृष्ठभूमि में यह मुद्दा उस वक्त गरमा गया जब देश में सांस्कृतिक अस्मिता और धार्मिक के संवेदनाएं चुनावी विमर्श का हिस्सा बनी।
पप्पू यादव के हमकदमों और आलोचकों का रुख मिश्रित रहा। कुछ ने उनके खड़े शब्दों का समर्थन किया, तो कुछ ने कहा कि सार्वजनिक बहस में भाषा सन्यमित और जिम्मेदार होना चाहिए।
विशेषज्ञों का कहना है कि धार्मिक स्थलों पर राष्ट्रगान जैसे संवेदनशील प्रस्तावों पर खुली और क्षमता पर आधारित बातचीत की जरूरत है। न कि दुव्रीकरण और अपमानजनक लहजे की।