लाइव हिंदी खबर :- पाकिस्तान में बड़े पैमाने पर प्रशासनिक बदलाव की तैयारी शुरू हो गई है। संचार मंत्री अब्दुल अलीम खान ने संकेत दिया है कि देश के मौजूदा 4 प्रांतों को 12 हिस्सों में बांटने की योजना तैयार की जा रही है। उनका कहना है कि छोटे-छोटे प्रांत बनने से शासन और प्रशासन दोनों में सुधार होगा।

रविवार को शेखूपुरा में हुई IPP (इस्तेहकाम-ए-पाकिस्तान पार्टी) की बैठक में अलीम खान ने कहा कि पंजाब और सिंध में तीन-तीन नए प्रांत बनाए जा सकते हैं। इसी तरह बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा (KP) को भी तीन-तीन हिस्सों में विभाजित किया जा सकता है।
संभावित नए प्रांत
हालांकि सरकार ने अभी आधिकारिक नक्शा जारी नहीं किया है, लेकिन जिन क्षेत्रों पर चर्चा है, वे इस प्रकार हैं—
पंजाब:
- उत्तर पंजाब
- मध्य पंजाब
- दक्षिण पंजाब
सिंध:
- कराची सिंध
- मध्य सिंध
- ऊपरला सिंध
KP:
- उत्तरी KP
- दक्षिणी KP
- आदिवासी KP/फाटा
बलूचिस्तान:
- पूर्व बलूचिस्तान
- पश्चिम बलूचिस्तान
- दक्षिणी बलूचिस्तान
PPP का कड़ा विरोध
शहबाज शरीफ सरकार में शामिल बिलावल भुट्टो की PPP ने साफ कहा है कि सिंध का किसी भी तरह का विभाजन स्वीकार नहीं होगा। पार्टी लंबे समय से सिंध के बंटवारे का विरोध करती रही है। सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने हाल ही में कहा था कि सिंध के हितों के खिलाफ कोई भी कदम बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और कोई भी ताकत सिंध को नहीं बांट सकती।
पाकिस्तान में नए प्रांतों की मांग पहले भी उठती रही है, लेकिन कभी लागू नहीं हो सकी। 1947 में पाकिस्तान में 5 प्रांत थे, जिनमें पूर्वी बंगाल भी शामिल था। 1971 में पूर्वी बंगाल अलग होकर बांग्लादेश बन गया। बाद में NWFP का नाम बदलकर खैबर पख्तूनख्वा किया गया। इस बार प्रस्ताव को कुछ थिंक-टैंकों और MQM-P जैसी पार्टियों का समर्थन भी मिल रहा है, जिससे चर्चाएं और तेज हो गई हैं।