लाइव हिंदी खबर :- पाकिस्तान के विद्रोही संगठन तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान (TTP) के हमले में मंगलवार रात 11 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए| जिसमें दो अधिकारी और नौजवान शामिल हैं| इस दौरान पाकिस्तान सेना और आतंकियों के बीच कुर्रम जिले में मुठभेड हुई। जिसमें टीटीपी के लगभग 19 लडाके भी ढेर हुए।

राइटर्स के मुताबिक पाकिस्तान सेना टीटीपी के खिलाफ ऑपरेशन चला रही थी। तभी हमलावरों सैनिकों की गाड़ियों पर बम फेंके और फायरिंग की। जिससे दोनों के बीच झडप शुरू हो गई। टीटीपी ने इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि उनके लड़ाकों ने सेना के काफिले को निशाना बनाया था। पाकिस्तान सेना कि मीडिया विंग ISPR ने आरोप लगाया है कि हमलावरों को भारत का समर्थन मिल रहा है।
सेना ने कहा कि वह टीटीपी को खत्म करने में पूरी तरह जुटी हुई है। टीटीपी को सेना फितना अल ख्वारिज कहती है। जिसका अर्थ होता है उपद्रवी चरमपंथी। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि टीटीपी की स्थापना साल 2007 में बेतुल्लाह मेहसूद ने की थी। इसके पहले 2001 में अमेरिका के अफगानिस्तान हमले के बाद कई लडाके पाकिस्तान के कव्वाली इलाकों में छुप गए थे।
यह संगठन पाकिस्तान की सेना और सरकार के खिलाफ है और इसमें कई समर्थक सैनिकों में भी मौजूद हैं। अमेरिका ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि टीटीपी एटमी हथियारों तक पहुंच सकता है। पाकिस्तान सेना ने हाल ही में टीटीपी के ठिकानों पर वायु हमले किए थे। विगत 21 सितंबर को चीन के J-17 विमान से तिराह घाटी में बमबारी की गई थी।
जिसमें मीडिया रिपोर्ट के अनुसार लगभग 30 लोग मारे गए थे। जिसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। सेना ने कहा कि उनका टारगेट टीटीपी के बम बनाने वाले ठिकानों और कमांडर जैसे अमान गुल और मसूद खान थे, जो बम मस्जिदों में छिपा रहे थे।