लाइव हिंदी खबर :- हिन्दू धर्म में पीपल के पेड़ का बहुत अधिक महत्व हैं। इसे धार्मिक रूप से पवित्र माना गया हैं। आयुर्वेद में पीपल के पेड़ से होने वाले कई फायदों के बारे में बताया गया हैं। इससे कई प्रकार की आयुर्वेदिक औषधियां तैयार की जाती हैं। तो आइए जानते हैं इससे होने वाले 7 स्वास्थ्य वर्द्धक फायदे।
1. सांस संबंधित समस्याओं में पीपल का पेड़ बहुत फायदेमंद साबित होता हैं। पीपल के पेड़ के तने की अंदर वाला हिस्सा निकालकर सूखा दें और बारीक पीसकर चूर्ण बनाएं। प्रतिदिन इस चूर्ण को गुनगुने पानी के साथ लेने से सांस से संबंधित रोग दूर होते हैं।
2. पीपल की दातुन दांतो को मजबूत व चमकदार बनाती हैं। पीपल की दातुन करने से दांतों में दर्द और सेंसिटिविटी की समस्या दूर होती हैं। इसके अलावा 10 ग्राम पीपल की छाल, कत्था और 2 ग्राम काली मिर्च को पीसकर मंजन करने से दांत मजबूत व चमकदार बनते हैं।
3. जहरीले जीव-जंतु के काटने पर पीपल के पत्तों का रस लगाने से विष का प्रभाव कम हो जाता हैं।
4. त्वचा के रोग जैसे दाद-खाज, खुजली से छुटकारा पाने के लिए पीपल के ताजा कोमल पत्तों का काढ़ा बनाकर पीने से शीघ्र ही फायदा होता हैं।
5. शरीर पर चोट के कारण घाव या सूजन हो जाए तो पीपल के पत्तों को गर्म करके उस स्थान पर बांध दें । इससे घाव जल्द ही भरने लगेगा और सूजन कम होगी।
6. सर्दी जुकाम होने पर पीपल के पत्तों को छांव में सुखाकर मिश्री के साथ मिलाकर काढ़ा बनाकर पिएं। इससे सर्दी जुकाम से जल्द ही राहत मिलती हैं।
7. पीपल एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता होता हैं इसके ताजा पत्तों को चबाने से तनाव और थकान शीघ्र ही दूर होती हैं।