लाइव हिंदी खबर :- पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर DGP दीपम सेठ ने कहा कि 21 अक्टूबर हमारे देश की पुलिस बलों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण दिन है। उन्होंने बताया कि पुलिस देश की सुरक्षा में एक अहम स्तंभ है और इस दिन देशभर में पुलिस बलों द्वारा अपने कर्तव्य और साहस की याद दिलाई जाती है। DGP सेठ ने कहा कि 1969 में लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स में दस CRPF जवानों ने अद्वितीय साहस और वीरता का परिचय देते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। उन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया। इसी बलिदान को याद करते हुए हर साल पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है।

DGP ने कहा कि यह दिन केवल शहीद पुलिसकर्मियों को याद करने का नहीं, बल्कि वर्तमान में सेवा दे रहे जवानों के समर्पण और कर्तव्यपरायणता को भी सम्मानित करने का दिन है। पुलिस स्मृति दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें श्रद्धांजलि सभा, पुष्प अर्पण और सम्मान समारोह शामिल हैं। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे पुलिस बल के प्रयासों और बलिदानों को याद रखें और कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें।
उन्होंने बताया कि इस दिवस का उद्देश्य वीरता को याद करना ही नहीं, बल्कि युवा पीढ़ी में साहस, कर्तव्यनिष्ठा और सेवा भाव को बढ़ावा देना भी है। राज्यभर के पुलिस अधिकारी, जवान और उनके परिवार श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित हुए। समारोह में सभी ने देश की सुरक्षा के लिए शहीद हुए जवानों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी और उनके बलिदान को कभी भुलाए नहीं जाने की शपथ ली।
DGP ने कहा कि शहीद जवानों के बलिदान को याद रखना और उनकी कुर्बानी से प्रेरणा लेना हमारी जिम्मेदारी है। इस अवसर पर जवानों ने अपने कर्तव्य को और निष्ठा के साथ निभाने का संकल्प लिया। पुलिस स्मृति दिवस न केवल स्मरण का दिन है बल्कि देशभक्ति और सेवा भाव का संदेश भी देता है। समारोह में उपस्थित लोगों ने शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी और उनके योगदान को सदा याद रखने का संकल्प लिया। इस प्रकार पुलिस स्मृति दिवस देश की सुरक्षा और पुलिस बल की वीरता को सम्मानित करने का अवसर प्रदान करता है।