लाइव हिंदी खबर :- अमेरिका के जापान में पूर्व राजदूत राह्म इमानुएल ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने नोबेल शांति पुरस्कार पाने की चाहत में अमेरिका-भारत के दशकों पुराने रिश्तों को कमजोर कर दिया। ओबामा प्रशासन में वरिष्ठ सलाहकार रहे इमानुएल ने कहा कि ट्रम्प का घमंड और व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा ने अमेरिका की विदेश नीति को नुकसान पहुंचाया।

उन्होंने बताया कि ट्रम्प ने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम समझौते में मध्यस्थता करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सार्वजनिक रूप से उनकी प्रशंसा करने की मांग की, ताकि वे खुद को शांति दूत के रूप में पेश कर सकें और नोबेल पुरस्कार हासिल कर सकें। इमानुएल के अनुसार जब मोदी ने इस तरह की प्रशंसा करने से इनकार किया, तो ट्रम्प ने भारत पर कड़े टैरिफ लगाने और कूटनीतिक दबाव बढ़ाने की रणनीति अपनाई| जिससे दोनों देशों के रिश्ते बिगड़ गए।
उन्होंने आगे कहा कि ट्रम्प के कार्यकाल में अमेरिका ने भारत को चीन के मुकाबले में एक स्वाभाविक सहयोगी के रूप में इस्तेमाल करने का ऐतिहासिक मौका खो दिया। निर्माण, तकनीक और रक्षा जैसे क्षेत्रों में जो प्रगति हो सकती थी, उसे ट्रम्प की व्यक्तिगत राजनीति ने नुकसान पहुंचाया।
इमानुएल ने ट्रम्प परिवार के पाकिस्तान से कथित व्यावसायिक संबंधों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि ट्रम्प के बेटों डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर और एरिक ट्रम्प और दामाद जेरेड कुश्नर का क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी पाकिस्तानी कंपनियों में आर्थिक हित था, जिसने नीति को प्रभावित किया। उन्होंने चेताया कि ट्रम्प की इन गलतियों का चीन ने पूरा फायदा उठाया और यह अमेरिका की रणनीतिक स्थिति के लिए दीर्घकालिक नुकसान साबित हुआ।