लाइव हिंदी खबर :- दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में पूर्व FICCI अध्यक्ष नैना लाल किदवई ने उद्योग जगत की जिम्मेदारियों और सस्टेनेबिलिटी की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आज की दुनिया में उद्योग केवल मुनाफे तक सीमित नहीं रह सकते, बल्कि उन्हें समाज और पर्यावरण के हित में भी कदम उठाने होंगे।

किदवई ने बताया कि इस बार के सत्र में मुख्य फोकस इस बात पर है कि उद्योग बतौर जिम्मेदार नागरिक किस तरह पर्यावरण सुरक्षा में योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि भारत के लिए सबसे अच्छी बात यह है कि नवीनीकरण ऊर्जा अपनाना न केवल पर्यावरण को बचाता है, बल्कि उद्योगों के लिए आर्थिक रूप से भी फायदेमंद है।
उनके अनुसार कि भारत में रिन्यूएबल एनर्जी की लागत और उपलब्धता बेहद आकर्षक है। इसे अपनाना उद्योगों के लिए विन-विन स्थिति है। पूर्व FICCI अध्यक्ष ने यह भी बताया कि संगठन वाटर एफिशिएंसी पर भी व्यापक स्तर पर काम कर रहा है। लक्ष्य यह है कि उद्योग नेट-ज़ीरो वॉटर यूसेज हासिल कर सकें यानी प्राकृतिक स्रोतों से लगातार पानी खींचने के बजाय पानी को शुद्ध कर दोबारा इस्तेमाल करें।
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में पानी का जिम्मेदार उपयोग उद्योगों के लिए उतना ही महत्वपूर्ण होगा, जितना कार्बन उत्सर्जन कम करना है। FICCI इस दिशा में उद्योगों के लिए दिशा-निर्देश और तकनीकी सहायता उपलब्ध करा रहा है। किदवई ने कहा कि यदि उद्योग, सरकार और समाज मिलकर काम करें तो भारत जल और ऊर्जा दोनों क्षेत्रों में दुनिया के लिए एक आदर्श मॉडल बन सकता है।