लाइव हिंदी खबर :- दक्षिण अमेरिकी देश पेरू में Gen-Z के युवा भ्रष्टाचार और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। गुरुवार को हुए इस विरोध प्रदर्शन में एक युवक की मौत हो गई, जबकि 100 से अधिक लोग घायल हुए, जिनमें 80 पुलिसकर्मी और 10 पत्रकार शामिल हैं। प्रदर्शनकारियों ने पेरू के नए राष्ट्रपति जोस जेरी से इस्तीफा मांगा।

जेरी 10 अक्टूबर को सत्ता में आए थे, जब संसद ने पूर्व राष्ट्रपति दीना बोलुआर्ते को हटाया। यह पिछले पांच साल में छठा राष्ट्रपति है। राष्ट्रपति जेरी ने साफ कहा कि वे इस्तीफा नहीं देंगे और देश में स्थिरता बनाए रखना उनकी प्राथमिक जिम्मेदारी है। उन्होंने संसद से अपराध नियंत्रण के लिए विशेष अधिकार मांगे हैं।
Gen-Z के नेतृत्व वाले ये आंदोलन राजनीतिक असंतोष की एक नई लहर को दर्शाते हैं। पिछले एक महीने में Gen-Z के प्रदर्शन के कारण तीन देशों पेरू, नेपाल और मेडागास्कर में सरकारें बदल गई हैं या सत्ता में तख्तापलट हुआ है। विशेषज्ञों का कहना है कि युवा वर्ग के बढ़ते राजनीतिक प्रभाव ने दक्षिण अमेरिका और अन्य क्षेत्रों में पारंपरिक नेतृत्व को चुनौती दी है। Gen-Z के ये प्रदर्शन भ्रष्टाचार, आर्थिक असमानता और प्रशासनिक अनियमितताओं के खिलाफ सख्त संदेश भेज रहे हैं।
देश में जारी तनाव और हिंसा को देखते हुए सुरक्षा बलों ने कड़े प्रबंध किए हैं। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार घायल प्रदर्शनकारियों का इलाज अस्पतालों में जारी है, जबकि प्रशासन ने शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस तैनात की है। इस घटना से स्पष्ट है कि Gen-Z अब केवल सामाजिक नहीं, बल्कि राजनीतिक बदलाव में भी सक्रिय भूमिका निभा रहा है और युवा आंदोलन तेजी से वैश्विक स्तर पर प्रभाव डाल रहे हैं।