लाइव हिंदी खबर :- ज्योतिष के अनुसार जन्म कुंडली में ग्रहों की स्थिति, योग और दृष्टि बहुत महत्वपूर्ण रहती है और इन्हीं पर सम्पूर्ण ज्योतिष शास्त्र निर्भर रहता है कि कौन जातक प्रेम में धोखा देगा और कौन कामयाब होगा। दरअसल, प्यार में धोखे मिलने के पीछे भी ग्रहों की चाल, स्थिति होती है।
दरअसल, किसी भी जातक की राशि ही विश्वास और धोखे के बारे में बताती है। आइये जानते हैं कि कुंडली में किन ग्रहों की स्थिति के कारण प्रेम संबंधों में धोखा मिलता है।
दरअसल, जिसके के कुंडली में में राहु हो, उसे सबसे ज्यादा धोखे खाने की संभावना बढ़ जाती है क्योंकि राहु कल्पना और भ्रम पैदा करता है। इसके अलावा बुध ग्रह भी छल-फरेब को जन्म देता है। अगर कुंडली में बुध नकारात्मक हो, तो भी व्यक्ति धोखे का शिकार हो जाता है।
प्रेम के मामले में धोखे की संभावनाएं
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, प्रेम के मामले में चतुर्थ, पंचम और सप्तम भाव बड़ी भूमिका निभाते हैं। इसके अलावा शुक्र और मंगल की स्थिति भी महत्वपूर्ण होती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर राहु की इसमें भूमिका हो तो प्रेम में धोखा मिलना तय है।
प्रेम में धोखे से बचने के उपाय
अगर आप प्रेम में धोखा नहीं खाना चाहते हैं तो हर दिन सुबह में सूर्य को जल अर्पित करें। इसके अलावा सुबह-सुबह गायत्री मंत्र का जप करें और हो सके तो पूर्णिमा के दिन उपवास रखें। ये सब करने पर प्रेम में धोखा मिलने की संभावनाएं कम हो जाती है।
विवाह में धोखा होने की सम्भावनाएं
अगर कुंडली के 7वें भाव या इसके स्वामी के साथ राहु का संबंध हो तो धोखा मिलना तय है। इसके अलावा अगर शुक्र खराब स्थिति में हो तो विवाह में धोखा करवा सकती है। जिस जातक के कुंडली में चन्द्रमा कमजोर हो तो उन्हें भी विवाह में धोखा मिल सकता है।
विवाह में धोखा से बचने के उपाय
विवाह करने से पहले कुंडली में राहु और शुक्र की स्थिति पर एक बार विचार अवश्य करें। विवाह सही मुहूर्त में ही करें और नियमित रूप से देवी कवच का पाठ करें। ऐसा करने से विवाह में धोखा मिलने की संभावनाएं कम हो जाती है।