लाइव हिंदी खबर :- फिनलैंड की सीमा के पास रूस का एक Su-30 लड़ाकू विमान ट्रेनिंग उड़ान के दौरान क्रैश हो गया। यह हादसा रूस के करेलिया क्षेत्र में गुरुवार शाम स्थानीय समय के अनुसार करीब 7 बजे हुआ। विमान एक खाली इलाके में गिरा, जिससे आसपास किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ। रूसी रक्षा मंत्रालय ने पुष्टि की कि दुर्घटना में विमान के दोनों पायलटों की मौत हो गई।

मंत्रालय के अनुसार विमान किसी हथियार या गोला-बारूद के बिना नियमित प्रशिक्षण मिशन पर था। पायलटों को बचाने की कोशिश की गई, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। हादसे की वजह अभी साफ नहीं है। शुरुआती जांच में यह माना जा रहा है कि दुर्घटना का कारण तकनीकी खराबी या पायलट की गलती हो सकती है। इस मामले की जांच के लिए एक विशेष आयोग गठित किया गया है, जो क्रैश साइट से डेटा और विमान के हिस्सों की जांच करेगा।
आयोग यह भी पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि उड़ान नियंत्रक प्रणाली में कोई समस्या थी या विमान के पुर्जों में खराबी आई थी। Su-30 रूस का दो इंजन वाला मल्टी-रोल लड़ाकू विमान है, जिसका इस्तेमाल हवाई और जमीनी दोनों तरह के मिशनों में किया जाता है। इस विमान को रूस ने कई वर्षों से अपनी एयरफोर्स में इस्तेमाल किया है और इसे कई बार अपग्रेड भी किया गया है। यूक्रेन युद्ध के दौरान भी इन विमानों को भारी संख्या में तैनात किया गया है।
रूस में लड़ाकू विमानों के हादसों की घटनाएं लगातार सामने आती रही हैं। इसी साल जुलाई में भी एक Su-34 विमान ट्रेनिंग मिशन के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। यूक्रेन ने दावा किया है कि युद्ध शुरू होने के बाद से रूस 400 से ज्यादा सैन्य विमान खो चुका है, हालांकि इन आंकड़ों की स्वतंत्र पुष्टि नहीं हो पाई है। विशेषज्ञों के अनुसार, हाल के वर्षों में Su-30 और Su-34 विमानों के हादसों में बढ़ोतरी हुई है, जिससे रूस की सैन्य एविएशन सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं।