लाइव हिंदी खबर :-भगवान की पूजा में कुछ चीजें विधि-विधान से की जाती है। उन्हें फूल माला, कुमकुम, अबीर आदि चीजें अर्पित करते हैं और भोग भी लगाते हैं। जो कि भोग को हम भगवान को अर्पित करने के बाद स्वयं प्रसाद के रुप में खाया जाता है।
लेकिन आपको बता दें की जिस प्रकार हम सभी को भोजन में अलग-अलग वस्तुएं पसंद होती है उसी प्रकार भगवान को भी अलग-अलग चीजें पसंद होती है और उन्हें अलग-अलग चीजों का भोग लगता है। अगर भोग लगाने में कोई भी गलती होती है, तो भगवान नाराज हो जाते हैं। तो आइए जानते हैं किन देवता को क्या भोग लगाना चाहिये….
– हनुमान जी का भोग
हनुमान जी का दिन मंगलवार माना जाता है और इस दिन हनुमान जी की विधि विधान से पूजा की जाती है और उन्हें भोग लगाया जाता है। लेकिन आपको बता दें की हलुआ, पंचमेवा, गुड़ से बने लड्डू का भोग लगायें।
– गणेश जी के भोग में ना करें ये गलती
प्रथमपूज्य देवता भगवान श्री गणेश जी को भोग लगाते समय कुछ चीजों का विशेष ध्यान रखना चाहिये। क्योंकि अगर गणेश जी नाराज हुए तो घर में सुख-समृद्धि नहीं रहती। गणेश पूजा में उन्हें मोदक, बेसन और बूंदी के लड्डू का भोग लगाएं।
– विष्णुजी को लगायें ये भोग
भगवान विष्णु के निमित्त हर माह दो दिन पूजा की जाती है, एक गुरुवार और दूसरा एकादशी के दिन। भगवान विष्णु की पूजा के बाद उन्हें खीर या सूजी के हलवे का भोग लगाना चाहिये और एक बात का ध्यान जरुर रखें कि उनके भाग में तुलसी जरुर डालें। वरना भगवान विष्णु आपका भोग स्वीकार नहीं करेंगे।
शिव जी को लगायें ये भोग
भगवान शिव को भाग लगाते समय एक चीज का हमेशा ध्यान रखें की उनके भोग में कभी तुलसी का पत्ता ना डालें। शिव जी को भांग और पंचामृत का भोग लगायें उन्हें बहुत प्रिय होता है। इसके अलावा उन्हें गुड़, चना और चिरौंजी का भोग भी लगा सकते हैं।
लक्ष्मी जी को लगायें ये भोग
देवी लक्ष्मी को धन की देवी कहा जाता है। वहीं लक्ष्मी जी को हर व्यक्ति प्रसन्न करना चाहता है और कोई ये नहीं चाहता की लक्ष्मी जी किसी से भी नाराज हो। इसलिये लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने के लिये कभी उनके भोग में कोई गलती ना करें और उन्हें शुक्रवार के दिन खीर या सफेद रंग की मिठाई का भोग लगायें।
दुर्गा माता को लगायें ये भोग
मां दुर्गा को बुधवार और शुक्रवार के दिन विशेष प्रकार का नैवेद्य अर्पित किया जाता है। नवरात्रि के नौं दिनों के अलावा मां दुर्गा को भोग लगाने के लिये, केला, नारियल, मीठा हलवा, मालपुए को शामिल कर सकते हैं।