लाइव हिंदी खबर :- बांग्लादेश में तख्तापलट के लगभग डेढ़ साल बाद आम चुनाव की तारीख तय हो गई है। अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने ऐलान किया कि अगले साल फरवरी में 15 तारीख से पहले संसदीय चुनाव कराए जाएंगे। अगस्त 2023 में हुई सैन्य कार्रवाई के बाद यह पहला राष्ट्रीय चुनाव होगा। उधर पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ मानवता के खिलाफ अपराध के मामले में भी अहम मोड़ आ गया है।

ढाका की इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल ने घोषणा की है कि इस केस का फैसला 17 नवंबर सोमवार को सुनाया जाएगा। फैसले से पहले कोर्ट परिसर और आसपास के इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। फैसले के विरोध में अवामी लीग ने लॉकडाउन का ऐलान किया, जिसके जवाब में BNP और जमात-ए-इस्लामी के कार्यकर्ता ढाका की सड़कों पर उतर आए। कई इलाकों में जुलूस निकाले गए और तनावपूर्ण माहौल बन गया।
इसी बीच गुरुवार दोपहर राजधानी ढाका में हिंसा भड़क उठी। प्रदर्शनकारियों ने अवामी लीग के मुख्यालय की चौथी मंजिल पर लकड़ियां और कागज इकट्ठा कर आग लगा दी। ढाका ट्रिब्यून के मुताबिक 10–15 लोगों का समूह इमारत में घुसा और आगजनी की। इससे पहले 5 अगस्त को भी अवामी लीग सरकार गिरने के दिन इसी इमारत को निशाना बनाया गया था।
तख्तापलट के बाद से अवामी लीग पर देश में प्रतिबंध लगा हुआ है। चुनावों की घोषणा और हसीना पर आने वाला फैसला दोनों घटनाओं से बांग्लादेश की राजनीति में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है।